नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को शिवराज सरकार में मंत्री इमरती देवी को ‘आइटम’ बोलना भारी पड़ता नजर आ रहा है। चुनाव आयोग ने कमलनाथ की इस आपत्तिजनक टिप्पणी को गंभारता से लेते हुए नोटिस जारी किया है। आयोग ने उनसे 48 घंटे के भीतर अपना रूख साफ करने को कहा है।
बता दें कि कमलनाथ द्वारा की गई टिप्पणी पर प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी सोमवार को ग्वालियर जिले के डबरा में फूट-फूट कर रोईं। उनके रोने का वीडियो स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर दिखाई देने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है।
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इमरती ने आपत्तिजनक बयान को लेकर कमलनाथ पर पलटवार करते हुए डबरा में मीडिया से कहा कि वह (कमलनाथ) बंगाल से आया है। उसको बोलने की सभ्यता नहीं है। एक हरिजन महिला की इज्जत करना वह क्या जानता है? ऐसे लोगों को मध्य प्रदेश में रहने का कोई हक नहीं है।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में मां-बेटियों को लक्ष्मी के रूप में माना जाता है और आज वह मध्य प्रदेश की सारी लक्ष्मियों को गाली दे रहा है। मैं चाहती हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कमलनाथ को अपनी पार्टी से हटाएं। इमरती ने आगे कहा कि मैं तो कमलनाथ को भाई के रूप में समझती थी, लेकिन वह तो राक्षस है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में तीन नवंबर को 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप-चुनाव में कमलनाथ एक विधायक नहीं जिता सकते।
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उल्लेखनीय है कि इमरती देवी के खिलाफ डबरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के लिए चुनाव प्रचार करते हुए कमलनाथ ने रविवार को कहा था। डबरा से सुरेश राजे जी हमारे उम्मीदवार हैं। सरल स्वभाव के, सीधे-सादे हैं। ये तो उसके जैसे नहीं हैं। क्या है उसका नाम? इस बीच, वहां मौजूद जनता जोर-जोर से ‘इमरती देवी, ‘इमरती देवी कहने लगी।
इसके बाद कमलनाथ ने हंसते हुए कहा था कि मैं क्या उसका (डबरा की भाजपा प्रत्याशी का) नाम लूं। आप तो उसको मेरे से ज्यादा पहचानते हैं। आपको तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था। ये क्या आइटम है?