मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस पायल घोष की ओर से अनुराग कश्यप पर जोर-जबर्दस्ती करने का आरोपों लगाया है। इसके बाद बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने भी सोशल मीडिया पर अपनी कहानी बयां की है।
कंगना ने ट्विटर पर लिखा कि जो एक्ट्रेस पायल घोष ने कहा वैसा मेरे साथ भी हो चुका है। कई बड़े हीरो ऐसे जिन्होंने इसी तरह चीजें मेरे साथ की हैं। वह बंद वैन में या बंद दरवाजे के पीछे या पार्टी में डांस करने के दौरान आपके साथ फ्लोर पर दोस्ताना डांस करते-करते अचानक उनकी जीभ आपके मुंह में आ जाती है। कई बार वह आपको काम के लिए घर बुलाते हैं और फिर आपके ऊपर जोर-जबर्दस्ती करते हैं। इसके बाद वह जाहिर करते हैं कि वो कितने बड़े बुद्धिमान हैं।
Bullywood is full of sexual predators who have fake and dummy marriages they expect a new hot young girl to make them happy everyday, they do the same to young vulnerable men also,I have settled my scores my way I don’t need #MeToo but most girls do #PayalGhosh #AnuragKashyap
— Kangana Ranaut (Modi Ka Parivar) (@KanganaTeam) September 20, 2020
एक अन्य ट्वीट में कंगना ने लिखा कि बॉलीवुड पूरी तरह से यौन हिंसा करने वाले लोगों से भरा पड़ा है। ये लोगों केवल दिखाने के लिए शादी किए हुए हैं, जबकि वे रोजाना किसी खूबसूरत लड़की को खुद को खुश करने के लिए बुलाना चाहते हैं।
यही नहीं वह यही काम खूबसूरत और जरूरतमंद लड़कों के साथ भी करते हैं। हालांकि मैंने अपनी चीजों को अपने तरीके से सुधार दिया है। मुझे #MeToo की जरूरत नहीं है, लेकिन लड़कियों को जरूर इस बारे में सोचना चाहिए।
इसके बाद कंगना ने कहा कि बॉलीवुड में #MeToo क्यों फेल हो गया? एक अन्य ट्वीट में कंगना ने कहा कि बॉलीवुड में #MeToo पूरी तरह से फेल हो गया, क्योंकि ज्यादातर बलात्कारी और यौन हिंसा करने वाले लिबरल थे।
#MeToo has been a big failure in Bullywood, because most rapists and harassers were liberals only so they killed the movement, for sure #PayalGhosh will be humiliated and silenced like all other victims but my heart goes out to her. We deserve a better society #AnuragKashyap https://t.co/qUNyeDtb7r
— Kangana Ranaut (Modi Ka Parivar) (@KanganaTeam) September 20, 2020
उन्हीं ने ही इस आंदोलन को मार डाला। इसमें कोई दो राय नहीं कि पायल घोष के साथ गलत व्यवहार किया गया हो और वह भी दूसरे पीड़ितों की तरह चुप रही हों, लेकिन में दिल से उनके साथ हूं। हम इससे बेहतर समाज में रहने के लायक हैं।