कहा जाता है कि भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि को हुआ था। इस बार जन्माष्टमी (Janmashtami)पर कई ऐसे योग बन रहे हैं, जो भगवान कृष्ण के जन्म के समय थे। इसमें सबसे पहले रोहिणी नक्षत्र है। आपको बता दें कि कई जगह 26 को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है, तो कई 27 अगस्त को जन्माष्टमी (Janmashtami) मनाई जा रही है। अधिकतर संयोग 26 अगस्त के दिन मिल रहे हैं। इसलिए 26 अगस्त को भी जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है।
अगर आप जन्माष्टमी (Janmashtami)का पर्व मना रहे हैं, और आपके घर में कान्हा नहीं हैं, तो आपको बता दें कि लड्डू गोपाल को घर में लाने के भी कई नियम हैं। सबसे पहले तो आपको बता दें कि लड्डू गोपाल को खुद नहीं लाते , कोई आपको मथुरा से लाकर दे तो ज्यादा अच्छा होता है। फिर घर में गीत गाकर उनकी छठी मनाई जाती है। अगर कोईजन्माष्टमी पर लड्डू गोपार दे तो यह बहुत शुभ होता है। अगर घर में लडड् गोपाल रख रहे हैं, तो अच्छे से देख लें कि मूर्ति कहीं से भी टूटी न हो, नाक, नैन नक्श आदि सब अच्छे से बना हो. उनके लिए झूला, बिस्तर, मौसम के अनुसार कपड़े, मोर मुकुट, बांसुरी, मुकुट, माला आदि खरीद लें।
घर में लड्डू गोपाल की सेवा ऐसे ही की जाती है कि जैसे घर में किसी बालक की जाती है। दिन में चार बार उन्हें भोग लगाना। उनकी नहलाना, कपड़े बदलना, हमेशा पास रखना और रात को लोरी गाकर बिस्तर पर उन्हें सुलाना । ये सभी नियम मानकर ही आप लड्डू गोपाल को घर में रख सकते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami) डेट एंड टाइम
कृष्ण जन्माष्टमी कब है- 26 अगस्त सोमवार 2024
निशिता पूजा समय- 12:01 दोपहर से 12:45 पूर्वाह्न, 27 अगस्त 2024
दही हांडी- मंगलवार, 27 अगस्त 2024
•पारण समय- रात को 12:45 बजे के बाद, 27 अगस्त 2024
•अष्टमी तिथि आरंभ- 03:39 AM, 26 अगस्त 2024
•अष्टमी तिथि समाप्त- 02:19 AM, 27 अगस्त 2024
•रोहिणी नक्षत्र आरंभ- 03:55 PM, 26 अगस्त 2024
•रोहिणी नक्षत्र समाप्त- 03:38 PM, 27 अगस्त 2024.