उत्तर प्रदेश के कानपुर में गैंगरेप पीड़िता के पिता की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। आईजी मोहित अग्रवाल ने दो दारोगा और एक कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही आरोपी दीपू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। दीपू यादव के दारोगा पति दीपेंद्र यादव को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
कानपुर आईजी मोहित अग्रवाल ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है, जिसमें दो दरोगा अब्दुल कलाम राम शिरोमणि और सिपाही आदेश शामिल है। इसके साथ पुलिस ने लड़की के साथ रेप करने वाले मुख्य आरोपी दीपू यादव को भी गिरफ्तार कर लिया है। दीपू यादव ही दरोगा दीपेंद्र यादव का बेटा है। दारोगा दीपेंद्र को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।
यह है पूरा मामला
पीड़िता के पिता की बुधवार को सड़क हादसे में मौत हो गई। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया। इससे पहले जब लड़की के पिता जिंदा थे, तो उन्होंने आरोप लगाया था कि 8 मार्च की शाम को मेरी 13 वर्षीय बेटी खेत से लौट रही थी तभी रास्ते में दरोगा के बेटे दीपू यादव ने अपने दोस्त गोलू के साथ उसका अपहरण कर लिया और गैंगरेप किया।
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लड़की के नाना ने कहा कि जब हम पुलिस को सूचना देने आ रहे थे, तब दीपू के भाई सौरभ ने धमकी दी और कहा कि मेरे पिता दरोगा हैं, अगर शिकायत की तो जान से मार डालेंगे, ये बहुत दबंग हैं, हम लोगों का जीना मुश्किल किए हैं। इस मामले में पुलिस की शर्मनाक करतूत देखने को मिली।
घरवाले लड़की को लेकर सुबह दस बजे थाने पहुंच गए थे, लेकिन शाम तक पुलिस ने एफआईआर नहीं लिखी, आखिर जब गांव के प्रधान और गांववाले थाने में इकट्ठा होने लगे तो पुलिस ने एफआईआर लिखी।