कानपुर। लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण और हत्या के मामले में रविवार को योगी सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है। उधर पुलिस की नाकामी से आहत संजीत यादव का परिवार कानपुर के शास्त्री चौक पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया है। धरने पर बैठी पिता, मां और बहन का कहना है कि जब तक इस अपहरण कांड का खुलासा नहीं हो जाता और उन्हें न्याय नहीं मिलता उनका धरना जारी रहेगा।
On request of Sanjeet Yadav's family,state govt has decided to recommend CBI (Central Bureau of Investigation) inquiry in Sanjeet's kidnapping case:Chief Minister's Office
Sanjeet was abducted,killed & his body was thrown in Pandu river by kidnappers on June 26-27,as per police
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 2, 2020
परिवार ने सरकार के सामने पांच मांगें भी रखी हैं। बहन रूचि की मांग है कि संजीत यादव अपहरण व हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराई जाए। बहन का कहना है कि उसका भाई जिस भी हालत में हो उसे बरामद कर उन्हें सौंपा जाए। ताकि रक्षाबंधन त्यौहार वह अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सके।
साथ ही उसका कहना है कि पकडे गए आरोपियों का लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट करवाया जाए। जिससे सच्चाई सामने आ सके। बहन की मांग है कि अपहरण व हत्या में शामिल दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।
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मामले में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनकी निशानदेही पर पुलिस संजीत के शव को पंडू नदी में तलाश रही है। हफ्ते भर से ज्यादा का वक्त गुजर जाने के बाद भी अभी तक संजीत का शव पुलिस के हाथ नहीं लगा है। उधर मामले में चार पुलिस अफसरों पर गाज भी गिरी है।
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बता दें एक महीने से अपहरण के इस मामले में कानपुर पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। इस किडनैपिंग केस में पुलिस पर आरोप भी लगे हैं कि उसने अपहृत युवक के परिजनों से अपहरणकर्ताओं को 30 लाख रुपए भी दिलवा दिए हैं।