उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में सिपाही की हत्या का मुख्य आरोपी शराब माफिया मोती 96 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। आरोपी मोती पर अब इनाम बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया गया है। पुलिस की आठ टीमें लगातार जिले के अलावा कई अन्य जनपदों में भी ताबड़ तोड़ दबिशें दे रही है।
इधर, मोती को शरण देने की आशंका में पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है। उनसे गहनता से पूछताछ की जा रही है। हालांकि अभी कोई भी लोकेशन मोती की ट्रेस नहीं हो सकी है। पुलिस के अफसर निरंतर समीक्षा में जुटे हुए हैं। यही दावा किया जा रहा है कि जल्द ही गिरफ्तारी करने की कोशिश है।
एक ओर स्थानीय स्तर पर एसपी मनोज सोनकर गिरफ्तारी के लिए लगाई टीमों द्वारा किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा कर रहे हैं, वहीं एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण, आईजी अलीगढ़ परिक्षेत्र पीयूष मोर्डिया बार-बार अपडेट ले रहे हैं। पुलिस का पूरा जोर मोती की गिरफ्तारी पर है। हालांकि अभी तक पुलिस को मोती की कोई लोकेशन नहीं मिल सकी है।
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पुलिस का तकनीकी सेल भी अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है। इधर, एसपी के निर्देशन में पुलिस की टीमों ने कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस को आशंका है कि इन लोगों ने मोती की शरण दी होगी। हालांकि संदिग्धों के इशारे भी अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा पाए हैं।
एसपी मनोज सोनकर माफिया की गिरफ्तारी के लिए लगाई गई टीमों की मॉनीटरिंग में जुटे हुए हैं। शनिवार को एएसपी आदित्य वर्मा, सीओ पटियाली गवेंद्र गौतम के साथ एसपी ने सिढ़पुरा थाने में काफी देर तक मंथन किया गया। उन्होंने माफिया की गिरफ्तारी के लिए योजना बनाई। एसपी ने अब तक किये गये प्रयासों की समीक्षा की है।
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एसपी मनोज सोनकर ने बताया कि सिपाही की हत्या के मुख्य आरोपी मोती की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उस पर घोषित 50 रुपये इनाम बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया गया है। पूछताछ के लिए कुछ संदिग्ध हिरासत में ले लिए हैं। प्रयास है कि जल्द ही हत्यारोपी की गिरफ्तारी कर ली जाए।