Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

500 साल बाद बन रहा है केदार योग, इन राशियों पर होगी धन वर्षा

Kedar Yog

Kedar Yog

20 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) लगेगा। इसके बाद ग्रहों के एक बड़े ही दुर्लभ संयोग का निर्माण होने वाला है। ज्योतिषविदों की मानें तो सूर्य ग्रहण के बाद 23 अप्रैल को ‘केदार योग’ (Kedar Yog ) बनने वाला है। कुंडली के 4 भाव में जब 7 ग्रह एकसाथ मौजूद होते हैं तो केदार योग का निर्माण होता है। चार भाव में सात ग्रहों की ऐसी स्थिति आज से करीब 500 साल पहले देखी गई थी। आइए जानते हैं कि इस बार कौन से ग्रह केदार योग (Kedar Yog ) का निर्माण कर रहे हैं और इससे किन राशियों को लाभ होगा।

3 राशियों के लिए शुभ केदार योग (Kedar Yog)

मेष राशि- ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 23 अप्रैल को मेष राशि के लग्न भाव में सूर्य, बृहस्पति, राहु और बुध विराजमान रहेंगे। जबकि दूसरे भाव में शुक्र और तीसरे भाव में मंगल और चंद्रमा स्थित रहेंगे। साथ ही ग्यारहवें भाव में न्याय देव शनि बैठे होंगे। ग्रहों की यही स्थिति केदार योग (Kedar Yog ) का निर्माण कर रही है।

मेष राशि वालों को आकस्मिक धन लाभ प्राप्त हो सकता है। मान-सम्मान में वृद्धि देखने को मिल सकती है। प्रत्येक कार्य में अपार सफलता मिलेगी। अगर आप नया काम शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो यह समय आपके लिए बेहद अनुकूल है। करियर-कारोबार के लिहाज से भी समय उत्तम रहने वाला है। पढ़ाई-लिखाई करने वाले छात्रों की एकाग्रता बढ़ेगी।

सिंह राशि- सिंह राशि वालों की कुंडली में सप्तम, नवम, दशम, और लाभ स्थान पर ये 7 ग्रह मौजूद रहने वाले हैं। सोच-समझकर किए गए प्रत्येक कार्य में आपको सफलता और लाभ मिलेगा। जल्द ही नौकरी से जुड़ा कोई शुभ समाचार मिल सकता है। नौकरी में पदोन्नति, वेतन वृद्धि, या फिर मनचाही पोस्टिंग भी मिल सकती है। व्यापार में मुनाफा बढ़त पर रहेगा। आर्थिक मोर्चे पर चुनौतियां कम होंगी।

धनु राशि- धनु राशि वालों की कुंडली के तीसरे, पांचवें, छठे, और सातवें भाव में यह सातों ग्रह मौजूद रहेंगे और केदार योग का निर्माण करेंगे। ऐसे में आपके लिए यह समय प्रॉपर्टी में निवेश के लिहाज से बहुत शुभ रहने वाला है।

सूर्य ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें खास ख्याल

इस दौरान निवेश की योजनाएं ओपको लंबे समय तक लाभ देंगी। आर्थिक मोर्चे पर मजबूती आएगी। आमदनी में वृद्धि होगी। खर्चों पर लगाम रहेगी। साथ ही, कोर्ट कचहरी या वाद-विवाद से जुड़े मामलों में राहत मिलेगी।

Exit mobile version