• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

शीतकाल के लिए बंद हुए केदारनाथ के कपाट, हजारों श्रद्धालु बने साक्षी

Writer D by Writer D
27/10/2022
in Main Slider, उत्तराखंड, धर्म, राष्ट्रीय
0
Kedarnath Dham

Kedarnath Dham

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

गुप्तकाशी। भैयादूज के पावन अवसर पर प्रात: 8 बजकर 30 मिनट पर ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ (Kedarnath) के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गये। ढाई हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी बने और बाबा केदार की जयकार से पूरा धाम गुंजायमान रहा। भगवान केदार की पंचमुखी डोली उखीमठ के लिए प्रस्थान हो चुकी है।

सुबह 4 बजे से शुरू हुई विशेष पूजा

प्रात: तीन बजे केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) खुल गया था। चार बजे से कपाट बंद करने की समाधि पूजन प्रक्रिया शुरू हो गयी। पुजारी टी गंगाधर लिंग ने भगवान केदारनाथ के स्वयंभू ज्योर्तिलिंग को श्रृंगार रूप से समाधि रूप दिया। ज्योर्तिलिंग को बाघंबर, भृंगराज फूल, भस्म, स्थानीय शुष्क फूलों-पत्तों आदि से ढंक दिया गया। इसके साथ ही भकुंट भैरवनाथ के आह्वान के साथ गर्भगृह तथा मुख्य द्वार को जिला प्रशासन की मौजूदगी में बंद किया गया। इसके साथ ही पूरब द्वार को भी सीलबंद किया गया।

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने जताया आभार

प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने श्री केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट बंद होने के अवसर पर तीर्थयात्रियों का आभार जताया। कहा कि इसबार चारधाम यात्रा में रिकार्ड पैंतालीस लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में नयी केदारपुरी अस्तित्व में आ चुकी है, जहां तीर्थयात्रियों को हरसंभव सुविधाएं मुहैया हो रही है। गौरीकुंड- केदारनाथ रोप वे के बनने से केदारनाथ यात्रा अधिक सुगम हो जायेगी।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न हो रही है। केदारनाथ धाम में भी रिकार्ड श्रद्धालु पहुंचे।

इस अवसर पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, पंकज मोदी, मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, जिला प्रशासन पुलिस के अधिकारी, केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त सचिव/ मंदिर समिति मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह, यात्रा मजिस्ट्रेट गोपाल राम बिनवाल, तहसीलदार दीवान सिंह राणा कार्याधिकारी आरसी तिवारी, धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला, केदारनाथ सभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला, मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़, आदि मौजूद रहे।

बाबा केदार के उद्घोष से गुंजायमान रहा धाम

इस दौरान सेना की 11 मराठा लाइट इ़फ्रंट्री रूद्रप्रयाग के बैंड की भक्तिमय धुनों तथा बाबा केदार की जय के उद्घोष से केदारनाथ धाम गुंजायमान रहा। मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि सामूहिक सहयोग समन्वय से यात्रा का सफलतापूर्वक समापन हुआ है। उन्होंने पर्यटन विभाग, धर्मस्व विभाग, प्रदेश सूचना विभाग सहित सहयोग के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।

भगवान केदार की पंचमुखी डोली उखीमठ के लिए प्रस्थान

कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ के लिए प्रस्थान हुई। आज पंचमुखी डोली प्रथम पड़ाल रामपुर पहुंचेगी। कल 28 अक्टूबर शुक्रवार को देवडोली श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी प्रवास करेगी तथा 29 अक्टूबर शनिवार को श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।

इसी के साथ इस वर्ष श्री केदारनाथ यात्रा का समापन हो जायेगा। अब पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में भगवान केदारनाथ जी की शीतकालीन पूजाएं शुरू हो जायेगी।

रिकॉर्ड संख्या में पहुंचे तीर्थयात्री

इस वर्ष 1561882 तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किए। इस यात्रा वर्ष चार धाम यात्रा में रिकॉर्ड तैतालीस लाख से अधिक तीर्थयात्री दर्शन को पहुंचे। हेमकुंट साहिब को मिलाकर यह संख्या पौने छयालीस लाख पहुंच गयी।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि 19 नवंबर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे। जबकि श्री हेमकुंट साहिब-लक्ष्मण मंदिर के कपाट 10 अक्टूबर को बंद हो गये।

द्वितीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 7 नवंबर तथा द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट 18 नवंबर को बंद हो जायेंगे। इसी के साथ इस वर्ष की चार धाम यात्रा का सफल समापन हो जायेगा।

Tags: char dhamKedarnath dhamNational newsUttarakhand News
Previous Post

अगर आपके घर में लगी है पूर्वजों की तस्वीर, तो ज़रूर पढ़ लें ये

Next Post

बिक गया बादशाह मसाला… इतने करोड़ में इस कंपनी के नाम हुआ ब्रांड

Writer D

Writer D

Related Posts

cm yogi
Main Slider

भारत की एकता और अखंडता के लिए समर्पित रहा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन: सीएम योगी

06/07/2025
Dream
Main Slider

सपने में फलों को दिखना होता है शुभ

06/07/2025
Gayatri Jayanti
धर्म

गायत्री जयंती कब है, जानें इसका महत्व

06/07/2025
Glowing Skin
Main Slider

खूबसूरती को बढ़ाएगा ये फूल, मिलेगा निखार

06/07/2025
Gorakshapeeth is an example of the ideal relationship between Guru and disciple
Main Slider

गुरुपूर्णिमा: गुरु शिष्य के आदर्शतम रिश्ते की मिसाल है गोरक्षपीठ

05/07/2025
Next Post
Badshah masala

बिक गया बादशाह मसाला... इतने करोड़ में इस कंपनी के नाम हुआ ब्रांड

यह भी पढ़ें

murder

घरेलू कलह में पत्नी की गोली मारकर कर दी हत्या

10/11/2021
गैंगरेप

प्रेमी ने फोन कर प्रेमिका को बुलाया, चलती कार में किया गैंगरेप, दो गिरफ्तार

15/09/2020
पांच साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म

रिश्ते हुए शर्मसार : कलयुगी पिता ने चार साल की मासूम को बनाया हवस का शिकार

09/10/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version