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पीएम मोदी के आने से पहले बर्फबारी से हुआ बाबा का श्रृंगार

kedarnath Dham

kedarnath Dham

देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) का उत्तराखंड से हमेशा विशेष लगाव रहा है। प्रधानमंत्री बदरी-केदार धाम (Kedarnath Dham) के 21 अक्टूबर (गुरुवार) के अपने प्रस्तावित धार्मिक दौरे पर देवभूमि को विकास की सौगात देंगे। इस दौरान करीब 1000 करोड़ की सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का शिलान्यास और 3400 करोड़ से अधिक की कनेक्टिविटी परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के आगमन से पहले बर्फबारी से बाबा का श्रृंगार हो गया है। देश विदेश से आए तीर्थयात्री बर्फबारी का आनंद उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री यह दौरा उत्तराखंड के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर केदारनाथ धाम में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ऐसे अकेले प्रधानमंत्री हैं, जो अपने कार्यकाल में छठवीं बार केदारनाथ धाम और दूसरी बार बदरीधाम आ रहे हैं। प्रधानमंत्री के केदारनाथ आने को लेकर सम्पूर्ण केदारघाटी, रुद्रप्रयाग जनपद के साथ ही उत्तराखंड में खुशी की लहर है। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर केदारनाथ धाम में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रधानमंत्री केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham)  में रुद्राभिषेक पूजा-अर्चना करेंगे। आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल में भी पूजा करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री रोप-वे परियोजना का शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर केदारनाथ में उत्तराखंड शासन के अधिकारी, प्रशासन, पुलिस के साथ ही कई विशेष सुरक्षाकर्मी वीवीआईपी ड्यूटी में तैनात हैं। प्रधानमंत्री के केदारनाथ आने से यहां के विकास की उम्मीद को लेकर भी लोगों में उत्सुकता है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री का केदारनाथ (Kedarnath Dham)  और बद्रीनाथ का यह दौरा उत्तराखंड के विकास में नए आयाम लिखेगा। यह प्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगा। केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हो रहा है,जिसके फलस्वरूप आज केदारनाथ का भव्य और दिव्य प्रांगण पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बनाया हुआ है। बद्रीनाथ के मास्टर प्लान पर कार्य चल रहा है। इन जगहों पर शुरू हो रही कनेक्टिविटी परियोजनाएं धार्मिक महत्व के स्थानों तक पहुंच को आसान बनाने और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। ये परियोजनाएं इस क्षेत्र में संपर्क और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देंगी। केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य एवं बद्रीनाथ मास्टर प्लान कार्य श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत रात-दिन कार्य प्रगति पर है।

प्रधानमंत्री मोदी सुबह करीब 08.30 बजे केदारनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। इसके पश्चात प्रधानमंत्री सुबह करीब नौ बजे केदारनाथ रोपवे परियोजना की आधारशिला रखेंगे। तदुपरान्त वह आदिगुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल के दर्शन करेंगे। सुबह करीब 09.25 बजे प्रधानमंत्री मंदाकिनी आस्था पथ और सरस्वती आस्था पथ के साथ-साथ वहां चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे।

माणा गांव में रोप-वे परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे-

इसके पश्चात प्रधानमंत्री बद्रीनाथ पहुंचेंगे। यहां करीब 11.30 बजे वह बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। दोपहर 12 बजे वह रिवरफ्रंट के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। दोपहर 12.30 बजे माणा गांव में सड़क और रोपवे परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे वह अराइवल (आगमन) प्लाजा और झीलों के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। इस दौरान राज्यपाल से.नि.ले.ज.गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित रहेंगे।

इन परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास-

प्रधानमंत्री यात्रा के दौरान करीब 1000 करोड़ रुपये की सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया जाएगा। दो सड़क चौड़ीकरण परियोजनाएं-माणा से माणा पास (एनएच-07) और जोशीमठ से मलारी (एनएच 107बी) तक-हमारे सीमावर्ती क्षेत्रों में हर मौसम में सड़क संपर्क प्रदान करने की दिशा में एक और कदम साबित होंगी। कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के अलावा, ये परियोजनाएं रणनीतिक दृष्टि से भी फायदेमंद साबित होंगी। प्रधानमंत्री 3400 करोड़ रुपये से अधिक की कनेक्टिविटी परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।

केदारनाथ रोपवे 9.7 किलोमीटर लंबा होगा-

केदारनाथ रोप-वे लगभग 9.7 किलोमीटर लंबा होगा। यह गौरीकुंड को केदारनाथ से जोड़ेगा, जिससे दोनों स्थानों के बीच यात्रा का समय वर्तमान में 6-7 घंटे से कम होकर लगभग 30 मिनट का रह जाएगा। हेमकुंड रोपवे गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ेगा। यह लगभग 12.4 किलोमीटर लंबा होगा और यात्रा समय को एक दिन से कम करके केवल 45 मिनट तक सीमित कर देगा। यह रोप-वे घांघरिया को भी जोड़ेगा,जो फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार है। यह परिवहन का एक पर्यावरण अनुकूल साधन होगा, जो आवागमन को सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करेगा। इस अहम बुनियादी ढांचे का विकास धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी और साथ ही साथ रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे।

केदारधाम (Kedarnath Dham)  दस क्विंटल फूलों से सजा-

केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर मंदिर को दस कुंतल कई तरह के फूलों से सजाया गया है, जबकि रंग-बिरंगी लाइटें भी लगाई गई हैं। इसके अलावा पीएम जिस वाहन में सवार होकर केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करेंगे। उसको भी फूलों से सजाया गया है। अब केदारपुरी को प्रधानमंत्री मोदी के आने का इंतजार है।

प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व बर्फबरी-

प्रधानमंत्री मोदी को कल धाम में पहुंचने से पहले बर्फबारी ने बाबा का श्रृंगार कर दिया है। केदारनाथ की पहाड़ियां चांदी की तरह चमक रही हैं, जबकि धाम में देश-विदेश के तीर्थयात्री बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री के आगमन से पहले धाम में बर्फबारी को शुभ माना जा रहा है।

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