वास्तु शास्त्र हमें चीजों के रखरखाव के साथ सभी दिशाओं की जानकारी भी देता है। अगर आपके घर में हर चीज वास्तु के नियमों के अनुसार रखी जाती है तो ये समृद्धि का कारक बनती है, वहीं अगर वास्तु का ध्यान न दिया जाए तो आपको इसके अशुभ फल भी मिल सकते हैं।
घर के सभी स्थानों में से बाथरूम (Bathroom) एक ऐसी जगह है जहां से ऊर्जा आपके पूरे घर में प्रवाहित होती है, इसी वजह से इस स्थान को भी वास्तु अनुकूल बनाना जरूरी होता है। आपको पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए घर के भीतर रखे तत्वों की नियुक्ति पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जाती है।
वास्तु में ऐसा कहा जाता है कि यदि आप किचन के मसालों से भरा एक बर्तन अपने बाथरूम (Bathroom) में रखती हैं तो इसके बहुत से सकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं यही नहीं ऐसा करने से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित हो सकती है। आइए जानें इस वास्तु उपाय के फायदों के बारे में।
वास्तु के अनुसार बाथरूम (Bathroom) का महत्व
वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम (Bathroom) एक ऐसा स्थान है जो जल तत्व से जुड़ा होता है। इस स्थान की स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी जाती है। यदि आप इस स्थान पर उचित जल निकासी सुनिश्चित करते हैं और नकारात्मक ऊर्जा संचय से बचने पर जोर देते हैं तो हमेशा खुशहाली बनी रहती है।
घर के बाथरूम में भी सकरात्मकता लाने के लिए कुछ विशेष पौधे लगाने और कुछ मसलों को रखने की सलाह दी जाती है। इन मसालों की खुशबू से वातावरण शुद्ध बना रहता है जिसका असर घर के लोगों के मन में पड़ता है।
बाथरूम (Bathroom) में मसालों से भरा कटोरा रखने से क्या होता है?
बाथरूम में मसाले का कटोरा रखने से पूरा घर में सकारात्मक खुशबू फैलती है। कुछ सुगंधित मसाले अपनी सुगंध और कीटाणुओं को समाप्त करने के लिए जाने जाते हैं और इन मसालों की खुशबू से मन के साथ सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मुख्य रूप से खड़े मसलों को बाथरूम में रखने को अरोमाथेरेपी का एक रूप माना जा सकता है, जो बाथरूम में अधिक सुखद वातावरण बनाता है।
बाथरूम (Bathroom) में कौन से मसाले रखने चाहिए?
बाथरूम में मसालों के कटोरे के साथ अपनी स्व-देखभाल की दिनचर्या को उन्नत बनाया जा सकता है। आप एक कांच के बाउल में लौंग, दालचीनी और इलायची जैसे सुगंधित मसालों को रखें और इनकी शक्ति का उपयोग करें।
ये प्राकृतिक सुगंध न केवल सुगन्धित वातावरण बनाती है बल्कि आपके दैनिक अनुष्ठानों के दौरान विश्राम और तनाव से राहत भी दिलाती हैं। वास्तु के साथ ये चिकित्सीय लाभों को भी बढ़ाने का तरीका माना होता। इन मसालों की खुशबू से आपका बाथरूम एक स्पा जैसे माहौल में बदल जाता है।
मसालों में मौजूद रोगाणुरोधी गुण होते हैं लाभदायक
मसालों के रोगाणुरोधी गुण बाथरूम के साथ घर का भी वातावरण ताजा और स्फूर्तिदायक बनाने में योगदान दे सकते हैं। हर पल में चेतना का संचार करके, अपने बाथरूम को शांति के माहौल में बदलकर अपनी दैनिक दिनचर्या को आप उन्नत कर सकते हैं। बाथरूम में मसालों का कटोरा रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और तात्विक प्रभाव संतुलित होता है।
राशि के अनुसार रखें सही मसाले
अगर आप अपनी राशि के अनुसार सही मसालों का चुनाव करते हैं तो इसके लाभ कई गुना बढ़ जाते हैं।
मेष या सिंह जैसी उग्र राशियों को बाथरूम में दालचीनी जैसे स्फूर्तिदायक मसालों को रखने की सलाह दी जाती है, जो जीवन शक्ति को बढ़ावा देते हैं।
वृषभ या मकर जैसे पृथ्वी चिन्हों को लौंग जैसे सुगंधित मसालों को रखने की सलाह दी जाती है, जिससे स्थिरता को बढ़ावा मिलता है।
मिथुन या तुला जैसे वायु चिह्न लैवेंडर जैसी सुगंधित जड़ी-बूटियों की ओर झुक सकते हैं, जो मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देते हैं।
कर्क या मीन जैसी जल राशियों को कैमोमाइल जैसे शांत करने वाले मसालों से लाभ हो सकता है, जो भावनात्मक भलाई को बढ़ाते हैं।