दिवाली कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की तिथि यानी 4 नवंबर, गुरुवार को मनाई जाएगी। पांच दिवसीय इस पर्व के दौरान दिया जलाने का खास महत्व है।
वहीं मां लक्ष्मी का घर में आगमन हो इसके लिए सभी लोग अपने घरों को रंग-बिरंगी लाइटों से भी सजाते हैं। इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी का पूजन होता है। मान्यता है कि इस दिन घर में कहीं भी अंधेरा नहीं रहना चाहिए, नहीं तो मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त नहीं होती है।
ऐसी ही मान्यता जुड़ी है दीया जलाने के तरीके और घर में की गई लाइटिंग से। यदि ये वास्तु के हिसाब से सही नहीं है, तो शुभ नहीं माना जाता है।
दीपक जलाने का सही तरीका
>> दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके कभी भी दीपक न जलाएं, क्योंकि यह अशुभ होता है।
>> दीपावली पर दीये को शुद्ध घी से जलाना चाहिए। इससे घर में समृद्धि आती है।
>> दीया जलाने के लिए कभी भी सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल न करें।
>> दीये की बाती इतनी लंबी होनी चाहिए कि दीये के बीच में आग न पहुंचे।
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>> दीये जलाने की शुरुआत हमेशा पूजा कक्ष से करें।
>> दीपावली के दिन घर में लक्ष्मी और गणेश का स्वागत करने के लिए मुख्य द्वार के दोनों ओर दीये जलाकर रखें।
लाइटिंग में रखें इस बात का ध्यान
दिवाली पर घर को रोशन करने के बारे में सोच रहे हों, तो वास्तु के अनुसार समझें कि किस दिशा में किस रंग की लाइटिंग करनी है। हालांकि घर सजाते समय रंग बिरंगी लाइटों का प्रयोग किया जाता है, लेकिन यदि इस दौरान रंगों का ध्यान रखा जाए, तो शुभ रहता है।
दिशा के हिसाब से चुनें लाइटिंग का रंग
1) पूर्व दिशा: लाल, पीला और नारंगी जैसे रंगों की इस दिशा में लाइटिंग करना शुभ रहेगा।
2) पश्चिम दिशा: इस दिशा में गहरी पीली, नारंगी और गुलाबी लाइटिंग करें।
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3) उत्तर दिशा: इस दिशा में नीली, पीली और हरी लाइटें लगा सकते हैं।
4) दक्षिण दिशा: सफेद, बैंगनी और लाल बत्ती की लाइटिंग से इस दिशा को सजा सकते हैं।