रत्न शास्त्र (Gems Astrology) में 9 रत्न और 84 उपरत्नों के बारे में जिक्र किया गया है। मान्यता है कि जीवन में धन,वैभव और सुख-सौभाग्य की प्राप्ति के लिए ज्योतिषीय सलाह लेकर कुछ विशेष रत्नों को धारण करना लाभकारी माना गया है। व्यक्ति को कोई भी रत्न कभी भी नहीं धारण करना चाहिए। इसके बजाए रत्नों (Gems) से जुड़े लाभ-हानि के बाद ही कोई रत्न धारण करने पर विचार करना चाहिए क्योंकि हर एक रत्न के अलग-अलग फायदे और नुकसान हैं। आइए जानते हैं कि कौन-सा रत्न कब और किन्हें धारण करना चाहिए?
1.मूंगा : मूंगा मंगल ग्रह का रत्न (Gems) है। मान्यता है कि मूंगा रत्न धारण करने से ऊर्जा, आत्मविश्वास और साहस बढ़ता है। पुलिस,आर्मी,डॉक्टर, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर इंजीनियर के लिए मूंगा धारण करना विशेष लाभकारी माना गया है। हालांकि, इस रत्न के नुकसान भी हैं। कहा जाता है कि बिना ज्योतिषीय सलाह के मूंगा पहनने से गृह-क्लेश, पारिवारिक जीवन में मनमुटाव और वाणी में दोष उत्पन्न हो सकता है।
2. हीरा : धन,ऐश्वर्य,पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति के लिए शुक्र का रत्न (Gems) हीरा पहनना लाभकारी माना गया है। हीरा व्यक्ति को मालामाल बना सकता है और कंगाल भी। मान्यता है कि कुंडली में तीसरे, पांचवे और आठवें स्थान पर शुक्र होने पर हीरा पहनने से बचना चाहिए। टूटा-फूटा हीरा नहीं पहनना चाहिए। इसलिए हीरा पहनते समय इन बातों का ध्यान रखें।
3. पन्ना : पन्ना को बुध ग्रह का रत्न माना जाता है। मान्यता है कि इस रत्न को पहनने से नौकरी-कारोबार में उन्नति के योग नते हैं, लेकिन बुध की महादशा समेत कुछ परिस्थितियों में पन्ना धारण करने से समस्याएं बढ़ सकती हैं।
4. मोती : मोती को चंद्रमा का रत्न (Gems) माना गया है। मानसिक शांति के लिए मोती धारण किया जाता है। इससे मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। रत्न शास्त्र के अनुसार, कुंडली में चंद्रमा के 10वें या 12वें घर में विराजमान होने पर मोती पहनने से बचना चाहिए।
5.पुखराज : पुखराज को गुरु का रत्न माना जाता है। पद-प्रतिष्ठा और मान-सम्मान की प्राप्ति के लिए पुखराज धारण करना लाभकारी होता है,लेकिन बिना ज्योतिषीय सलाह के पुखराज धारण करने से नुकसान भी पहुंच सकता है।
6. माणिक्य : सूर्य का रत्न माणिक्य सफलता दिलाने के लिए लाभकारी माना जाता है। इसका लाभ होने पर चेहरे पर चमक आ जाएगी। वहीं, नकारात्मक प्रबाव से व्यक्ति को पारिवारिक जीवन में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
7. नीलम : नीलम को शनि का रत्न कहा गया है। यह रत्न व्यक्ति को जल्दी प्रसिद्धि और सफलता दिलाता है। ज्ञान बढ़ाता है। वहीं, इसके अशुभ प्रभाव से व्यक्ति का संघर्ष बढ़ सकता है। व्यक्ति का जीवन चारों ओर परेशानियों से घिरा हुआ नजर आने लगता है।
8. गोमेद : बुरी शक्तियों से छुटकारा पाने के लिए राहु के रत्न गोमेद को धारण करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, ज्योतिष के अनुसार, दोषयुक्त गोमेद धारण करने से नकारात्मक परिणाम भी मिल सकता है।
9. लहसुनिया : नौकरी-कारोबार में तरक्की के लिए लहसुनिया धारण करने की सलाह दी जाती है। यह केतु का रत्न है। इस रत्न को धारण करने से नजरदोष से मुक्ति मिलती है,लेकिन ज्योतिष के अनुसार, दोषयुक्त लहसुनिया धारण करने से नकारात्मक परिणाम भी मिल सकता है।