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ब्रिटेन में ‘अबकी बार 400 के पार’, कीर ने चलाया ऐसा तीर कि ढेर हो गए सुनक

Keir Starmer

Keir Starmer

लंदन। ब्रिटेन में आम चुनाव (UK Election )  के लिए वोटों की गिनती जारी है। मतगणना के बाद जारी किए गए नतीजों में लेबर पार्टी (Labour Party) को प्रचंड जीत मिली है। लेबर पार्टी 400 सीटों के आंकड़े को पार कर चुकी है। ब्रिटेन आम चुनाव (UK Election ) के नतीजों में अभी तक लेबर पार्टी (Labour Party) ने 406 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं कंजर्वेटिव पार्टी (Conservative Party)  112 सीटों पर जीती है। लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (Liberal Democratic Party) को 67 सीटें मिली हैं।

प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) रिचमंड सीट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर (Keir Starmer) को जीत की बधाई दी और कहा कि चुनाव नतीजों के बाद वह बयान जारी करेंगे।

कीर स्टार्मर (Keir Starmer ) ने मतदाताओं को दिया धन्यवाद

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने के करीब पहुंच चुके लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर (Keir Starmer) ने शुक्रवार को वोटों की गिनती के बीच मतदाताओं का आभार व्यक्त किया और कहा कि देश के लोग परिवर्तन के लिए तैयार हैं और दिखावे की राजनीति को खत्म करने के लिए उन्होंने मतदान किया है। होलबोर्न और सेंट पैनक्रास सीटों से जीतने के बाद अपने विजय भाषण में 61 वर्षीय स्टार्मर ने कहा कि ‘चाहे लोगों ने उन्हें वोट दिया हो या नहीं, मैं इस निर्वाचन क्षेत्र के हर व्यक्ति की सेवा करूंगा। मैं आपके लिए बोलूंगा, आपका साथ दूंगा, हर दिन आपकी लड़ाई लड़ूंगा। अब समय आ गया है कि हम अपना काम करें।’

‘I am Sorry…’, ऋषि सुनक ने मानी हार, किएर स्टार्मर को दी जीत की बधाई

एग्जिट पोल के अनुसार, लेबर 410 सीटें जीत सकती है, जबकि प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली मौजूदा कंजर्वेटिव पार्टी (Conservative Party) सिर्फ 131 सीटों पर सिमट कर रह जाएगी। स्टार्मर ने मतगणना में शामिल सभी लोगों और अपने साथी उम्मीदवारों का आभार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि ‘हमारे लोकतंत्र का दिल वेस्टमिंस्टर या व्हाइटहॉल में नहीं, बल्कि टाउन हॉल, सामुदायिक केंद्रों और वोट करने वाले लोगों के हाथों में धड़कता है।’

ब्रिटेन का आम चुनाव इन मुद्दों पर लड़ा गया

ब्रिटेन के आम चुनाव में जो मुद्दे सबसे ज्यादा चर्चा में रहे, उनमें अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाएं, अवैध प्रवासी मुद्दा, आवास, पर्यावरण, अपराध, शिक्षा, टैक्स के साथ ही ब्रेग्जिट भी प्रमुख मुद्दा रहा।

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