आम आदमी पार्टी इसी सप्ताह उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की। डेढ़ माहीने पहले राज्य में कराए गए एक सर्वेक्षण के नतीजों से उत्साहित होकर आप पार्टी ने उत्तराखंड को कर्मभूमि बनाने का मन बनाया है।
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अरविंद केजरीवाल का मानाना है कि वर्तमान में आप का बड़ा संगठन या नेटवर्क उत्तराखंड में नहीं है, लेकिन उन्होंने कहा कि चुनाव पब्लिक की उम्मीद से लड़े जाते हैं, संगठन से नहीं। जनता की आशाएं साथ हों और नेताओं की नीयत ठीक हो, तो संगठन बनने में देर नहीं लगती। अरविंद केजरीवाल ने कहा दिल्ली में भी आप के पास संगठन नहीं था, लेकिन पार्टी बनने के दो साल के भीतर ही आप ने कांग्रेस जैसी सवा सौ साल पुरानी और भाजपा जैसी चालीस साल पुरानी पार्टी को घुटनों पर बैठा दिया
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केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में आप पार्टी को उत्तराखंडी आबादी से भरपूर समर्थन मिलता रहा है। उन्होंने देश की राजधानी में स्कूलों और अस्पतालों का कायाकल्प होते देखा है। उन्होंने ही पार्टी से अनुरोध किया कि आप पार्टी को उत्तराखंड की राजनीति में उतरना चाहिए।