पश्चिम बंगाल से नौकरशाहों को केंद्र में वापस बुलाने के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को ममता बनर्जी के समर्थन में आ गये।
अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार एक दूसरे के सामने खड़े हैं।
पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के काफिले पर हमले के बाद केंद्र ने भारतीय पुलिस सेवा के तीन अफसरों को दिल्ली वापस बुलाया, किंतु ममता सरकार ने उन्हें भेजने से मना कर दिया।
I condemn the Centre’s blatant interference in the Bengal administration. Encroaching on the rights of states by attempting to transfer police officers to Centre just before elections, is an assault on federalism and an attempt to destabilize. https://t.co/sbxpZl0Nn2
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 18, 2020
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श्री केजरीवाल ने आज इस मुद्दे पर ममता बनर्जी का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया।
श्री केजरीवाल ने सुश्री बनर्जी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, “ मैं बंगाल प्रशासन के कामकाज में केंद्र के जबर्दस्ती दखल की निंदा करता हूं। चुनाव से पहले पुलिस अधिकारियों के तबादले का प्रयास केंद्र की तरफ से राज्यों के अधिकारों को खत्म करने और संघीय ढांचे पर हमला कर उसे कमजोर करने की कोशिश है।”
गौरतलब है कि केजरीवाल और केंद्र सरकार भी कई मौकों पर अधिकारियों की नियुक्तियों और तबादलों को लेकर आमने-सामने आ चुके हैं और अधिकारों का मामला न्यायालयों तक जा चुका है।
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केंद्रीय गृह मंत्रालय ने श्री नड्डा पर हमले के बाद तीन आईपीएस अफसरों को दिल्ली वापस बुला लिया था, लेकिन राज्य सरकार ने अधिकारियों की कमी बताकर भेजने से मना कर दिया था। केंद्र ने हालांकि फिर से अफसरों को भेजने के लिये पत्र लिखा। यही नहीं राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को कानून व्यवस्था के मसले पर समन किया गया है।