लखनऊ। केजीएमयू कर्मचारी परिषद ने अपने आंदोलन को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री और आला अफसरों से लंबी वार्ता के बाद परिषद ने यह निर्णय लिया है। परिषद के अध्यक्ष प्रदीप गंगवार का कहना है कि मंत्री व अफसरों ने आश्वस्त किया है कि उनकी वेतन समेत अन्य मांगों को जल्द पूरा किया जाएगा। आंदोलन की जरुरत नहीं है।
कर्मचारी परिषद अध्यक्ष प्रदीप ने बताया कि कर्मचारियों की प्रमुख मांगों के संबंध में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे, केजीएमयू कुलसचिव आशुतोष द्विवेदी, वित्त अधिकारी व अन्य अफसरों की मौजूदगी में वार्ता हुई।
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मंत्री व अपर मुख्य सचिव ने परिषद के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद दो दिन के भीतर दोनों मुख्य मांगों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इस वजह से परिषद ने 28 जनवरी से होने वाले आंदोलन को दो दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था।
इसी क्रम में मंत्री के आदेश पर चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को वेतन बढ़ोतरी हेतु केजीएमयू की कार्यपरिषद को अधिकृत कर दिया है। काफी समय से यह मांग की जा रही थी, लेकिन शासन द्वारा अनुमति नहीं दी जा रही थी।
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इसके अलावा स्थायी कर्मचारियों के संभागीय पुनर्गठन के क्रम में कुलपति डॉ. बिपिन पुरी एवं कुलसचिव आशुतोष द्विवेदी द्वारा कहा गया है कि मार्च तक शुरुआती संवर्गों का संवर्गीय पुनर्गठन करने का काम किया जाएगा। शेष सभी संवर्गों का समवर्गीय पुनर्गठन सितंबर 2021 से पहले पूरे करने के निर्देश जारी किए गए हैं।