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खाप पंचायत का फरमान, महिला और युवक को दी सबके सामने निर्वस्त्र नहाने की सजा

खाप पंचायत का फरमान

महिला और युवक को दी सबके सामने निर्वस्त्र नहाने की सजा

जयपुर। राजस्थान में सीकर जिले के एक गांव में सांसी समुदाय की एक महिला और युवक को खांप पंचायत करके सबके सामने निर्वस्त्र करके नहाने की सजा देने से समाज के प्रबुद्ध वर्ग में रोष व्याप्त है। सूत्रों ने आज बताया कि सांसी समाज की एक महिला एवं एक युवक के संबंधों का वीडियो वायरल होने पर समाज के पंच-पटेलों ने नेछवा के सोला गांव में खांप पंचायत कर सैकड़ों लोगों के सामने उन दोनों को निर्वस्त्र करके दूध से नहलाया। इसके बाद उन्हें समाज में शरीक होने की अनुमति दी गई।

यही नहीं दोनों परिवारों को भी पंच-पटेलों ने प्रताड़ित किया। वहीं दोनों से 51 हजार रुपए जुर्माने के रूप में वसूल किए। सूत्रों ने बताया कि ऐसा करने पर कुछ असामाजिक तत्वों ने उनके फोटो भी खींच लिए। जो वायरल हो गए। इतना सबकुछ होने के बावजूद पुलिस प्रशासन को 11 दिन तक इस घटना का पता नहीं चल पाया। यही नहीं पुलिस इस घटना को समाज एवं परिवार का मामला बताकर जिम्मेदारी से भी पल्ला झाड़ रही है।

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इस पर अखिल राजस्थान सांसी समाज सुधार एवं विकास न्यास के प्रदेशाध्यक्ष सवाईसिंह मालावत सहित अन्य समाज के लोगों ने एएसपी सीकर को लिखित शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए नेछवा थाना में नामजद नौ लाेगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई। इसकी जांच एसटी, एससी सेल के सीओ वीरेंद्र कुमार शर्मा को सौंपी गई है।

सूत्रों ने बताया कि गत 20 – 21 अगस्त को सिगडोला गांव की एक युवती एवं एक युवक इस महिला के बीच अवैध संबंध थे जो आपस में चाची-जेठुता लगते हैं। उनके कुछ फोटो एवं वीडियो वायरल हो गए थे। इसको लेकर सांसी समाज के पंच-पटेलों ने 21 अगस्त को सोला गांव में खांप पंचायत की तरह एक पंचायत बुलाई। इसमें करीब 300 महिला-पुरुष एकत्रित हुए थे। इसमें दोनों युवक-युवती को नि करके दिन में नहलाया। वहीं युवती एवं उस युवक से खांप पंचायत ने फैसला सुनाते दोनों से करीब 51 हजार जुर्माना वसूला।

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नेछवा थानाधिकारी रामावतार ने बताया कि सोला गांव में सांसी समाज ही नहीं गांव के भी 300 से अधिक लोगों की उपस्थिति में यह अमानवीय और शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया गया। इस खांप पंचायत में सांसी समाज के श्रवण कुमार सांसी, सुरेश कुमार सांसी, सायरमल सांसी, बनवारी लाल सांसी, नेमाराम सांसी, रणजीत सांसी, जगदीश प्रसाद सांसी, मालाराम सांसी और राजू सांसी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

थानाधिकारी ने बताया कि पीड़ित महिला एवं उसके सास-ससुर के बयान लिए हैं। महिला से खांप पंचायत एवं पंच-पटेलों और नकदी देने के बारे में पूछताछ की है। इसके साथ ही पंचायत करने वालों के बारे में भी पूछा है कि इसमें अन्य स्थानीय समाज के कौन-कौन लोग शरीक थे। अभी पूछताछ के आधार पर अन्य लोगों को भी पुलिस गिरफ्तार कर सकती है।

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मामले के अनुसार गाड़ोदा गांव की एक सांसी समाज की महिला का जेठूता के साथ करीब डेढ़ माह पहले वीडियो एवं फोटो वायरल हो गए थे। इस मामले को निपटाने के लिए सांसी समाज के स्थानीय लोगों ने मध्यस्थता चालू की। दो दिन तक 20 और 21 अगस्त को सोला गांव में खांप पंचायत आयोजित की गई। इस खांप पंचायत में सीकर, चूरू, झुंझुनूं एवं बीकानेर के समाज के पंच-पटेल एकत्रित हुए। इस खांप पंचायत ने युवक-युवती को नग्न कर नहलाने का फरमान सुनाया।सोला गांव से मिरण जाने वाले मार्ग पर एक जोहड़ी है। इसके आसपास सांसी समाज के लोगों के घर भी है। वहां समाज के सैकड़ों महिला-पुरुष एकत्रित थे।

पंचायत में सबके सामने युवती एवं युवक को निर्वस्त्र करके एक सफेद रंग का पतला सा कपड़ा उनके शरीर पर लपेटा था। इसके बाद उन्हें दूध, पानी से नहलाकर उनका कथित शुद्धिकरण किया गया। इसके बाद उन्हें समाज में शामिल होने की इजाजत दी गयी। पंचायत में मौजूद महिलाओं ने भी इस रिवाज एवं खांप पंचायत के फरमान का विरोध नहीं किया। सभी मूक दर्शक बन यह सब देखते रहे। बताया जाता है कि इस कुप्रथा को नहीं मानने वाले को समाज से बहिष्कृत कर दिया जाता है।

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