गोरखनाथ। उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath) में मकर संक्रांति पर्व पर चढ़ने वाली विश्व प्रसिद्ध खिचड़ी 15 जनवरी 2023 दिन रविवार को चढ़ेगी। मेले की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए शनिवार की दोपहर वाराणसी से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर प्रबंधन के साथ मिल कर तैयारियों की चर्चा की।
उधर, गोरक्षपीठ के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी के अनुसार संवत 2079, शक 1944 माघ मास, कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि के ब्रह्म मुहूर्त में तीन बजकर दो मिनट पर सूर्य धनु राशि से मकर राशि मे प्रवेश करेंगे। इस पर्व पर ऊनी वस्त्र, तेल, घी, तिल, गुड़ आदि द्रव्यों का दान करना श्रेयस्कर होता है।
सामाजिक समरसता का केंद्र है गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Mandir)
वरिष्ठ पत्रकार राजीव दत्त पाण्डेय कहते हैं कि गोरखनाथ मंदिर सामाजिक समरसता का ऐसा केंद्र है जहां जाति, पंथ, महजब की बेड़ियां टूटती नजर आती हैं। इसके परिसर में क्या हिंदू, क्या मुसलमान, सबकी दुकानें हैं। यानी बिना भेदभाव सबकी रोजी रोटी का इंतजाम है। यही नहीं, मंदिर परिसर में माहभर से अधिक समय तक लगने वाला खिचड़ी मेला भी जाति-धर्म के बंटवारे से इतर हजारों लोगों की आजीविका का माध्यम बनता है।
हित अनहित पसु पच्छिउ जाना
मंदिर परिसर में नियमित रोजगार करने वालों से लेकर मेला में दुकान लगाने वालों तक, बड़ी भागीदारी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की होती है। उन्होंने कभी कोई भेदभाव महसूस नहीं किया बल्कि अपनेपन के भाव से विभोर होते रहते हैं। मेले में खरीदारी से लेकर मनोरंजन के साधनों तक भरपूर इंतज़ाम होता है। तरह-तरह के झूले और करतब देखकर बच्चों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं होता।