कृषि कानूनों पर संसद में चर्चा के बीच मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि किसानों के आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता और यदि किसानों के साथ बुरे तरीके से निपटा गया, तो इसके दूरगामी परिणाम होंगे।
श्री मलिक ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि आंदोलन देश के कोने-कोने तक पहुंच गया और अब यह स्थानीय आंदोलन नहीं है। उन्होंने कहा कि गतिरोध को जल्द से जल्द बातचीत के माध्यम से समाप्त किया जाना चाहिए क्योंकि किसी भी आंदोलन को दमन के सहारे समाप्त नहीं किया जा सकता है।
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उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस समस्या का समाधान करने के लिए कुछ उदारता दिखाने की अपील की। किसानों के आंदोलन को बड़ा आंदोलन बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने (श्री मलिक) निजी तौर पर केंद्रीय मंत्री को यह बात बतायी है तथा उनके यह संदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र तक पहुंचाने की अपील की है।
श्री मलिक ने कहा, ”गृह मंत्री बहुत ही ग्रहणशील हैं और उनके हस्तक्षेप के बाद ही श्री राकेश टिकैत की गिरफ्तारी से बचा गया और बलों को वापस बुला लिया गया। ”