3 नए कृषि कानूनों के विरोध में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में संयुक्त किसान मोर्चा की किसान महापंचायत जारी है। इसको लेकर शहर में सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए हैं। अब तक का अनुमान है कि महापंचायत में करीब डेढ़ लाख किसान आ चुके हैं।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत भी 10 फीट ऊंचे मंच पर पहुंचे हैं। पंचायत स्थल जीआईसी का मैदान किसानों से भरा हुआ है। आक्रोशित किसानों ने शहर में लगे सीएम के बड़े-बड़े होर्डिंग को फाड़कर फेंका। इसी बीच करीब 2 घंटे इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई।
मैदान को चारों तरफ से सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स और पीएसी ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। 3800 पुलिसकर्मियों की डयूटी लगाई गई है। दावा है कि 6 लाख किसान इस आंदोलन में शामिल होंगे। उधर, पंजाब से नई दिल्ली के रास्ते मुजफ्फरनगर आ रहे सैकड़ों किसानों से भरी ट्रेन को करीब डेढ़ घंटे तक दिल्ली में रोके रखा।
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किसानों के हंगामे पर ट्रेन को आगे बढ़ाया गया। शहर में सर्कुलर रोड पर भी करीब 2 किलोमीटर तक किसान ही किसान नजर आ रहे हैं। फ्लाईओवर पर भी जहां तक नजर जा रही है, किसानों का भारी सैलाब दिखाई दे रहा है। SSP आवास रोड पर भी किसानों की लाइनें हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर किसान महापंचायत का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि किसान इस देश की आवाज हैं। किसान देश का गौरव हैं।
किसानों की हुंकार के सामने किसी भी सत्ता का अहंकार नहीं चलता। खेती-किसानी को बचाने और अपनी मेहनत का हक मांगने की लड़ाई में पूरा देश किसानों के साथ है।