नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली से लगती सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन रविवार को भी 10वें दिन जारी है। इस बीच बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। शनिवार को किसान संगठनों और केंद्र के बीच बातचीत का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। किसानों के प्रदर्शन की वजह से दिल्ली-एनसीआर की सीमाओं में लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को किसानों ने दिल्ली-नोएडा बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया। इससे दिल्ली-नोएडा लिंक रोड पर अक्षरधाम के पास भीषण जाम लग गया।
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दक्षिणी दिल्ली में आश्रम से सराय कालेखां जाने वाले मार्ग पर भी लोगों को जाम का सामना करना पड़ा। हालांकि का¨लदी कुंज, बदरपुर और डीएनडी पर यातायात सामान्य रहा। पश्चिमी दिल्ली में जाम की समस्या नहीं रही। टीकरी बॉर्डर पर भी वाहनों को दो अलग-अलग दिशाओं में डायवर्ट किया गया। बाहरी दिल्ली में भी कहीं जाम नहीं लगा।
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दिल्ली से आने वाले कर्मचारी भी कंपनियों में नहीं पहुंच रहे हैं। इसका असर उत्पादन पर पड़ रहा है। आइएमटी इंडस्टि्रयल एसोसिएशन के अनुसार आंदोलन के कारण उद्योग जगह को रोजाना करीब सौ करोड़ रुपये का नुकसान पहुंच रहा है। मानेसर और गुरुग्राम के उद्योगों का दूसरे औद्योगिक क्षेत्रों से व्यापार बंद हो गया है। कई कंपनियों का तैयार माल जाम में फंसा हुआ है। अधिकतर कंपनियों द्वारा माल तैयार करने के बाद भी नहीं भेजा जा रहा कहीं रास्ते में स्थिति खराब हो जाए और तैयार माल को नुकसान हो जाए।
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धरने पर बैठें किसानों का कहना है केंद्र सरकार उनकी मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है। इसलिए अब उनके पास यही एक मात्र रहा है कि वह दिल्ली-नोएडा के प्रमुख बार्डर से होने वाली आवश्यक सेवा दूध, सब्जी, फल आदि की आपूर्ति को बाधित करके सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करें।