उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में शकील हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने शकील हत्याकांड में शामिल 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से पुलिस ने कुल्हाड़ी, चाकू, मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद किया है।
पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार किए गए हत्यारोपी गुलजार खान, शोएब खान ने ऑनलाइन शॉपिंग के जरिये चाकू खरीदा था और उसके बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। शकील के मोबाइल फोन के जरिये असल गुनहगार तक प्रतापगढ़ पुलिस पहुंच गई।
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मामला 8 अगस्त की रात का है, जब शकील अपने खेत की रखवाली के लिए खेत में सोने गया था। आधी रात में गुलजार और शोएब ने कुल्हाड़ी और चाकू से वारकर शकील की खेत में निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद गुलजार शकील का मोबाइल फोन, चार्जर लेकर फरार हो गया। सुबह परिजनो ने इलाके के सौरभ समेत 4 लोगों पर रंजिश में हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया।
हत्या में फंसे चारों युवक खुद को निर्दोष बताते रहे। इस दौरान पुलिस ने तफतीश तेज कर दी। 3 महीने बाद शकील का लूटा हुआ मोबाइल फोन में नया सिम लगाकर उसको चालू किया गया, जिसके बाद पुलिस गुलजार और शोएब तक पहुंच गई।
पुलिस के पूछताछ मे हत्यारोपी ने बताया की शकील अक्सर खेत में जानवर जाने और बाग में आम तोड़ने पर मार-पीट कर बेइज्जत किया करता था। जिसके चलते दोनों ने शकील की हत्या का प्लान तैयार किया और उसको मौत के घाट उतार दिया। लेकिन मृतक के मोबाइल मे दूसरा सिम डाल कर चालू करना महगा पड़ गया और हत्या का राज खुल गया।
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पुलिस के पूछताछ दौरान हत्यारोपियों ने बताया कि हत्या के बाद शकील का मोबाइल भी उठा ले गए थे। तीन महीने तक उस मोबाइल को बंद रखा गया। तीन महीने बाद मोबाइल फ़ोन में नया सिम लगाकर चालू किया गया। वहीं मोबाइल खोजने के लिए पुलिस ने सर्विलांस पर लगाया था, बस यही हत्यारोपियों की गलती के चलते पुलिस असल हत्यारे तक पहुंच गई।