पटना| मुंबई पुलिस को चकमा देकर मंगलवार को पटना पुलिस की एसआईटी जांच करती रही। एसआईटी में शामिल दो इंस्पेक्टर और दारोगा रैंक के दो अफसरों ने मुंबई के अलग-अलग जगहों पर जाकर सुशांत मामले की पड़ताल की।
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सूत्रों की मानें तो एक ओर जहां एसआईटी सुशांत मामले की तफ्तीश कर रही थी तो दूसरी ओर बीएमसी के कर्मी पुलिसवालों की तलाश कर रहे थे। दो तीन जगहों पर उनका आमना-सामना पटना पुलिस की टीम के साथ हुआ लेकिन बीएमसी के लोग एसआईटी को पहचान नहीं सके। जांच की सूई को आगे बढ़ाते हुये सुशांत के कुछ करीबियों से एसआईटी ने फोन पर बात की है। सूत्र बताते हैं कि एसआईटी बांद्रा थाने भी गयी थी लेकिन अंदर न जाकर बाहर से ही लौटकर चली आयी। अभी एसआईटी को 10 और लोगों के बयान लेने थे। इसम मामले से जुड़े कई लोग जान-बूझकर भी एसआईटी के सामने नहीं आये।
सीबीआई जांच को लेकर मुंबई पुलिस महकमे में मंगलवार को हड़कंप मच गया। सूत्रों की मानें तो मुंबई पुलिस के अफसर सीबीआई जांच और सुशांत प्रकरण में बिहार में चल रही गतिविधि पर नजर रख रहे थे। सीबीआई जांच की आहट मिलते ही इस प्रकरण से जुड़े कई लोगों की सांसे तेज चलने लगीं।
बिहार सरकार की सीबीआई जांच की मांग को स्वीकार करने और उसे केंद्र सरकार को भेजने का सुशांत सिंह राजपूत के फैंस और उनके करीबियों ने स्वागत किया है। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धन्यवाद भी किया है। इस दौरान पटना की सड़कों पर मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए।
जस्टिस फॉर सुशांत में शामिल युवाओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस मामले की खुद मॉनिटरिंग की और जैसे ही सुशांत के पिता ने सीबीआई जांच की मांग की वैसे ही सरकार ने इसे मंजूर कर लिया। इसे लेकर राजीवनगर से बोरिंग रोड तक युवाओं ने नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे लगाए। साथ ही उद्धव ठाकरे और मुंबई पुलिस के खिलाफ सड़क पर उतरे। उनका कहना था कि मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र की सरकार साजिश के तहत पटना पुलिस की टीम को रोक रही है।
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जस्टिस फॉर सुशांत के सदस्यों ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार बड़े लागों को बचाना चाहती है। उसे डर है कि अगर बिहार की पुलिस ने जांच की तो कई लोगों की पोल खुल जाएगी। इस कारण बिहार पुलिस को वहां जांच करने से रोका गया। जस्टिस फॉर सुशांत में शामिल युवा समाजसेवी विशाल सिंह राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस प्रकरण में सुशांत के परिवार का साथ दिया। उन्होंने हर तरह से दिवंगत अभिनेता की मदद की है। वहीं पटना पुलिस की टीम ने मुंबई पुलिस के खराब रवैये के बावजूद बेहतर जांच की। पटना पुलिस की जांच से सुशांत प्रकरण से जुड़े कई आरोपितों की सांसें फूलने लगी थीं।