Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

जानिए न्यूजीलैंड के हाथ से कैसे फिसल गया T-20 विश्व कप का खिताब

टी-20 विश्व कप की ट्रॉफी को पहली बार अपने नाम करने का न्यूजीलैंड टीम का सपना साकार नहीं हो सका। दुबई इंटरनेशल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। कप्तान केन विलियमसन ने 85 रनों की पारी खेलकर स्कोर बोर्ड पर 172 रनों का दमदार स्कोर तो खड़ा किया, लेकिन महामुकाबले में गेंदबाजों ने पिक्चर खराब कर दी।

कीवी बॉलर्स का हाल इस कदर बेहाल रहा कि पूरे मैच में टीम सिर्फ दो ही विकेट निकाल सकी और वह दोनों विकेट भी महज एक गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने चटकाए। आइए आपको बताते हैं किन गलतियों से वजह से फिसला न्यूजीलैंड के हाथों से विश्व कप जीतने का सुनहरा मौका।

टॉस गंवाने के बाद न्यूजीलैंड पहले बैटिंग करने उतरी, लेकिन पिछले मैच के हीरो रहे डेरेल मिचेल इस मुकाबले में अपना दमखम नहीं दिखा सके। मिचेल महज 11 रन बनाकर चलते बने। वहीं, अनुभवी बल्लेबाज मार्टिन गप्टिल भी एक-एक रन के लिए तरसते दिखाई दिए। गप्टिल ने 28 रन जरूर बनाए, पर इन रनों को बनाने के लिए वह 35 गेदें खेल गए।

पावरप्ले में कीवी टीम सिर्फ 32 रन ही बना पाई और 10 ओवर का खेल होने पर भी स्कोर बोर्ड पर महज 57 रन ही लगे थे। हालांकि, आखिरी में कप्तान केन विलियमसन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करके टीम को 172 रनों के टोटल तक जरूर पहुंचाया, लेकिन अगर शुरुआत दमदार हुई होती तो 190 या 200 रन बोर्ड पर लग सकते थे।

न्यूजीलैंड की पारी को कप्तान केन विलियमसन ने अकेले अपने कंधों पर जिम्मेदारी ली और टीम के टोटल को 172 तक पहुंचाया। कीवी खेमे के लिहाज से बुरी बात यह रही कि कोई अन्य बल्लेबाज विलियमसन की तरफ क्रीज पर खड़े होकर उनका साथ नहीं निभा सका।

कीवी कप्तान ने जिस अंदाज में बल्लेबाजी की अगर दूसरे से भी इसी विस्फोटक अंदाज में बैटिंग हुई होती तो यकीनन स्कोर बोर्ड पर 200 प्लस का टारगेट खड़ा होता। विलियमसन के 85 रनों को छोड़ दें तो बाकी बल्लेबाज मिलकर कुल 87 रन ही बना सके।

डेविड वॉर्नर के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने जाने पर भड़के शोएब अख्तर, कही ये बात

ट्रेंट बोल्ट ने जब तीसरे ओवर में ऑस्ट्रेलिया कप्तान आरोन फिंच को चलता किया तो कंगारू टीम के रनों पर भी लगाम लग गई। यह वह समय था जब वॉर्नर भी क्रीज पर सेट होने की कोशिश कर रहे थे और बहुत सहज नजर नहीं आ रहे थे। हालांकि, कीवी गेंदबाज इस प्रेशर को बरकरार नहीं रख सके। पारी का चौथा ओवर फेंकने आए एडम मिल्ने ने 15 रन लुटाकर कंगारू बल्लेबाजों को हाथ खोलने का मौका दिया और इसके बाद मिचेल मार्श और वॉर्नर की जोड़ी जीत को न्यूजीलैंड से दूर ले जाती चली गई।

टी-20 विश्व कप में अबतक खेले गए मैचों में न्यूजीलैंड के स्पिनर्स का रोल काफी अहम रहा था। ईश सोढ़ी और मिचेल सैंटनर की जोड़ी ने बीच के ओवरों में रनों पर अंकुश लगाने के साथ-साथ विकेट भी निकाल कर दिए थे। लेकिन, फाइनल में ना तो सोढ़ी का जादू चला और ना ही सैंटनर की फिरकी काम आ सकी। सोढ़ी ने अपने तीन ओवर के स्पैल में 40 रन लुटा दिए तो सैंटनर भी 23 रन खाकर कोई विकेट नहीं निकाल सके। इस स्पिन जोड़ी की नाकामी न्यूजीलैंड को फाइनल में यकीनन काफी भारी पड़ी।

Exit mobile version