हिंदू धर्म में देवी-देवताओं को मोरपंख का अत्यधिक प्रिय माना गया है। मान्यता है कि मां लक्ष्मी, गणेशजी, कार्तिकेय भगवान, इंद्रदेव और मां लक्ष्मी सभी को मोरपंख (Mor Pankh) किसी न किसी रूप में अत्यंत प्रिय है। मोर पंख घर की खूबसूरती बढ़ाने के साथ नकारात्मक ऊर्जा को बाहर रखते हैं। घर में सुख-शांति और खुशहाली के लिए मोर पंख को वास्तु के नियमों के अनुसार लगाना शुभ फलदायी माना गया है। कई बार लोग लाभ के लिए मोर को परेशान करने लगते हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल न करें। मोर जब नाचता है या उड़कर कहीं बैठता है, तो पंख (Mor Pankh) अपने आप ही टूटकर नीचे गिर जाते हैं। इस तरह के मोर पंख को उठाकर घर में लगा सकते हैं। आइए जानते हैं घर की नेगेटिविटी को दूर करने के लिए मोर का पंख (Mor Pankh) लगाने के वास्तु टिप्स…
मोर पंख (Mor Pankh) लगाने के वास्तु टिप्स :
– वास्तु के अनुसार, वास्तु दोषों से छुटकारा पाने के लिए आग्नेय कोण में मोर पंख (Mor Pankh) लगाना शुभ माना गया है।
– राहु के प्रकोप से बचने के लिए गर के पूर्व या उत्तर-पूर्व दीवार पर मोर पंख लगा सकते हैं। मान्यता है कि इस दिशा में मोर पंख लगाने से धन लाभ के योग बनते हैं।
– वास्तु के अनुसार, घर के दक्षिण दिशा में स्थिति तिजोरी पर मोर पंख (Mor Pankh) लगाने से आर्थिक समस्याएं दूर रहती हैं और धन की कमी नहीं होती है।
– वैवाहिक जीवन की दिक्कतों को दूर करने के लिए बेडरूम में मोरपंख (Mor Pankh) लगा सकते हैं। मान्यता है कि इससे प्रेम-संबंधों में मधुरता आती है। बेडरूम में दक्षिण-पश्चिम दिशा में मोर पंख लगाना चाहिए।
– मान्यताओं के अनुसार, कॉपी-किताब के बीच में मोर पंख रखने से देवी सरस्वती का आशीर्वाद बना रहता है।
– वास्तु नियमों के अनुसार, टूटे-फूटे सामान के साथ मोर पंख नहीं रखना चाहिए।इससे मोर पंख की सकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है।