अति हमेशा नुकसानदेह होता है और इसलिए जिंदगी जीने का गोल्डन रूल है- बीच वाली लाइन पर चलना. न बहुत अधिक न बहुत कम. अगर जिंदगी का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो अति से बचें. कोई भी परिणाम नुकसानदेह न हों ताकि बाद में आपको पछताना या अफसोस करना न पड़े. अगर आप इंटरकोर्स (Sex) ज्यादा नहीं करती हैं तो इसके भी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. लेकिन ये समस्या बिल्कुल नहीं है विश्वास कीजिए यह सब नॉर्मल है.
अति नहीं हो
सेक्स (Sex) का सबसे बड़ा साइड इफेक्ट है कि यह नशे की तरह होता है. दरअसल ये आपको आपके पार्टनर के करीब लाता है और व्यक्ति को खुश भी महसूस कराता है. दरअसल, सेक्सुअल इंटरकोर्स एंडॉर्फिन्स या फील गुड हार्मोन्स रिलीज करता है. सेक्स करके आप सिर्फ खुद को खुश करते हैं. इसलिए यदि आपको सेक्स करना अच्छा लगता है तो परेशान होने की जरूरत बिल्कुल नहीं है.
तुरंत आ जाती है नींद
सेक्सुअल इंटरकोर्स से शरीर की के दौरान बॉडी के एक साथ कई मूवमेंट्स करने की वजह से एक्सरसाइज हो जाती है. साथ ही, सेक्स व्यक्ति के तनाव के स्तर को भी कम करता है। इसलिए सेक्स के तुरंत बाद व्यक्ति को नींद आ जाना नॉर्मल है.
फार्ट होता है
क्वीफ्स जिसे हम वैजाइनल फार्ट के तौर पर भी जानते हैं, जनरल बात है. जब सेक्स के दौरान लड़की की वैजाइना के अंदर हवा जाती है तो यह नॉर्मल है कि वह बाहर भी आएगी. जब ये हवा बाहर आती है तो इसकी आवाज गैस पास होने की तरह होती है, बस अंतर यह है कि यह आवाज वैजाइना से आती है. सेक्स के दौरान ये सबके साथ होता है. इसलिए, इसे नॉर्मली लें.
दर्द का भी अनुभव
सेक्स के दौरान और सेक्स के बाद दर्द होना आम बात है. हमारे जेनाइटल (गुप्तांग) बहुत मुलायम होते हैं और यह जरूरत के मुताबिक गीला न हो तो थोड़ी बेचैनी या दर्द महसूस हो सकता है. यह ऐसा साइड इफेक्ट है, जिसे आप खुद दूर कर सकते हैं. बाजार में उपलब्ध लुब्रिकेंट्स का प्रयोग कीजिए और ध्यान रखिए कि सेक्स से पहले फोरप्ले हो.
स्क्वर्टिंग
एक पतले छेद के जरिए तेजी से फुहार के बाहर आने को स्क्वर्टिंग कहते हैं. यह सेक्स का साइड इफेक्ट नहीं है. इसके लिए शर्मिन्दा नहीं होना चाहिए. सेक्स आपको खुश करने वाला होता है तो इसके साथ कुछ चीजें और भी होना लाजिम है.