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जानें क्या है सर्वाइकल कैंसर, ना करें नज़रअंदाज़

cervical cancer

सर्वाइकल कैंसर

कैंसर किसी भी तरह का हो सकता है जिससे आपको छुटकारा पाना आसान नहीं होता. इसका अगर सहीलाज ना हो तो कई बार आपकी जान भी चली जाती है.

एक जानलेवा बीमारी होती है मगर शुरुआत में ही इसके बारे में आपको मालूम चल जाए, तो वक्त पर इसका इलाज कराकर आप इससे बच सकते हैं. आपको बता दें, इसके कई प्रकार होते हैं. इन्हीं में से एक होता है सर्वाइकल कैंसर, जो ज्यादातर महिलाओं में देखने मिलता है. यह भी बहुत खतरनाक होता है. आज हम इसके बारे में बताने जा रहे हैं.

दरअसल, एक रिपोर्ट के मुताबिक 15 से 44 साल की उम्र की महिलाओं में ये बीमारी सबसे ज्यादा देखने मिलती है और उनकी मौत का ये आज दूसरा सबसे बड़ा कारण बन चुका है. सर्वाइकल एरिया में होने की वजह से इसे सर्वाइकल कैंसर कहते हैं. गर्भाशय में कोशिकाओं का अनियमित बढ़ोतरी होने के कारण होता है.

वहीं स्मोकिंग, बार-बार होने वाली प्रेग्नेंसी, एक से ज्यादा पार्टनर के साथ फिजिकल रिलेशन बनाने के कारण भी होता है.  एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल करीब 74 हजार महिलाएं इस जानलेवा बीमारी का शिकार होती हैं.

वुमन हेल्थ जर्नल की रिपोर्ट की मानें, तो ज्यादातर महिलाएं इसकी जांच नहीं कराती हैं जिस वजह से ये फैलते जाता है और जानलेवा साबित होता है. इसका सही समय पर इलाज होना जरुरी है जिस पर ध्यान नहीं देती हैं. इसके लिए रूटीन चेकअप करवाते रहे. हर तीन साल पर पैप स्मीयर टेस्ट कराएं. इससे बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें.

एचपीवी वायरस से बचने के लिए टीके लगवाए. सिगरेट से दूर रहें और फिजिकल रिलेशन बनाते वक्त सुरक्षा का इस्तेमाल करें.

सिगरेट से दूर रहें और फिजिकल रिलेशन बनाते वक्त सुरक्षा का इस्तेमाल करें. पेडू के दर्द को नजरअंदाज ना करें. सही वक्त पर इसके इलाज के लिए जरूरी होता है कि आप इसके लक्षणों को जानें.

सर्वाइकल कैंसर में कई बार योनि से असामान्य तरीके से ब्लीडिंग होती है. इसके अलावा, शारीरिक संबंध बनाते वक्त ब्लड आना या तेज दर्द होना, वेजाइना से अक्सर व्हाइट बदबूदार डिस्चार्ज होना, पीरियड के वक्त काफी ज्यादा दर्द हो तो हल्के में ना लें और पेशाब की थैली में भी दर्द होना इसका एक बड़ा लक्षण है.

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