• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

जानें कब है अक्षय नवमी और क्या है इस दिन का महत्व

Desk by Desk
22/11/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
akshaya navami

akshaya navami

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

धर्म डेस्क। हिंदू धर्मों से सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक अक्षय नवमी को कहा जाता है। इसे हिंदू कैलेंडर के अनुसार, कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष के नौवें दिन अक्षय नवमी को मनाया जाता है। अक्षय नवमी के किए गए दान या किसी धर्मार्थ कार्य का लाभ व्यक्ति को वर्तमान और अगले जन्म में भी प्राप्त होता है।

अक्षय नवमी देव उठनी एकादशी के से दो दिन पहले मनाई जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, अक्षय नवमी के दिन से ही सतयुग शुरु हुआ था। ऐसे में इस दिन को सत्य युगाडी भी कहा जाता है। यह अक्षय तृतीया के समान है। साथ ही यह भी कहा जाता है कि इस दिन त्रेता युग भी शुरू हुआ था और इसे त्रेता युगाडी के नाम से भी जाना जाता है। किसी भी तरह के दान-पुण्य के लिए यह दिन अनुकूल और शुभ माना जाता है।

इस वर्ष अक्षय नवमी 23 नवंबर को है। देश के कई हिस्सों में इसे आंवला नवमी भी कहा जाता है। मान्यता है कि कई देवताओं का निवास आंवले के पेड़ पर होता है। ऐसे में भक्त इनकी पूजा करते हैं। अगर पश्चिम बंगाल की बात करें तो इस दिन को जगधात्री पूजा के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान भक्त सत्ता की देवी जगधात्री की अराधना करते हैं। कहा जाता है कि जो भक्त इस दिन मथुरा-वृंदावन की परिक्रमा करते हैं उन्हें सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसका लाभ पाने के लिए भक्त अनुष्ठान करते हैं।

अक्षय नवमी का महत्व:

अक्षय नवमी का महत्व बहुत ज्यादा है। इस पर्व को बेहद ही श्रद्धा और समर्पण के साथ मनाया जाता है। इस दिन अनुष्ठान करने से व्यक्ति की इच्छाएं पूरी होती हैं। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। इस दिन दान और भिक्षा देना बेहद ही शुभ माना जाता है। अक्षय नवमी को कुष्मंद नवमी भी कहा जाता है। कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने इस दिन दानव कुष्मंड का वध किया था और ब्रह्मांड में धर्म को बहाल किया था।

Tags: Akshaya NavamiAkshaya Navami DateAkshaya Navami Significanceamla navamiKushamand NavamiLifestyle and RelationshipreligionSpirituality
Previous Post

23 नवंबर से चौदह कोसी परिक्रमा शुरू, बाहरी श्रद्धालुओं पर लगाई रोक

Next Post

मुलायम सिंह को विधायक बनाने के लिए सैफई के लोगों ने एक शाम का खाना तक छोड़ा

Desk

Desk

Related Posts

CM Bhajanlal Sharma
Main Slider

आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है मोदी सरकार की: भजनलाल

10/06/2025
Rajnath Singh
Main Slider

पाकिस्तान को काउंटर टेररिज्म पैनल का उपाध्यक्ष बनाना, बिल्ली से दूध की रखवाली कराने जैसा: राजनाथ सिंह

10/06/2025
cm dhami
Main Slider

मेक इन इंडिया की ताकत से निर्यात के क्षेत्र में भारत की भागीदारी तेजी से बढ़ी: सीएम धामी

10/06/2025
CM Yogi
Main Slider

सालार मसूद को ऐसी सजा हुई, जो इस्लाम के अनुसार जहन्नुम में जाने की गारंटी देता हैः योगी

10/06/2025
CM Yogi
Main Slider

ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से सबने देखी पाकिस्तान में टेस्टेड और दुनिया के द्वारा ट्रस्टेड भारत की सैन्य ताकत: सीएम योगी

10/06/2025
Next Post
मुलायम सिंह यादव Mulayam Singh Yadav

मुलायम सिंह को विधायक बनाने के लिए सैफई के लोगों ने एक शाम का खाना तक छोड़ा

यह भी पढ़ें

ब्रेकअप की खबरों के बीच श्रद्धा ने शेयर की नई तस्वीर, कैप्शन में लिखा- और…

25/03/2022
Chandan Mitra passed away

पूर्व राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ पत्रकार चंदन मित्रा का निधन, PM मोदी ने जताया शोक

02/09/2021
curry leaves

कड़ी पत्ते की चाय बल्ड शुगर को करती है नियंत्रित

09/11/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version