• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

इस दिन रखा जाएगा जीवित्पुत्रिका व्रत, जानें शुभ मुहूर्त

Writer D by Writer D
03/10/2023
in फैशन/शैली, धर्म
0
Jivitputrika

Jivitputrika

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

सनातन धर्म में परिवार की सलामती के लिए व्रत उपवास रखने की परंपरा बहुत पुरानी है। महिलाएं अपने पुत्रों की लंबी आयु और पुत्र रत्न की मनोकामना पूर्ण होने के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस व्रत को जीवित्पुत्रिका व्रत (Jivitputrika Vrat) और जितिया पर्व के नाम से भी जाना जाता है।

जितिया व्रत नहाय खाय से शुरू होकर सप्तमी, अष्टमी और नवमी तक चलता है। जितिया व्रत मान्यता अनुसार मां पुत्र प्राप्ति या पुत्री की लंबी आयु के लिए रखती हैं। यह निर्जला व्रत होता है जिसमें जल भी नहीं पिया जाता है। जितिया (Jivitputrika) व्रत इस साल अक्टूबर के पहले हफ्ते में रखा जाएगा । जानें इस व्रत की पूजा कैसे करते हैं।

इस साल जितिया व्रत 6 अक्टूबर 2023 को रखा जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी से नवमी तिथि तक रखा जाता है।  इस व्रत का पारण अगले दिन 7 अक्टूबर, सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर किया जाता है।

व्रत के नियम के अनुसार,में महिलाओं को एक दिन पहले से तामसिक भोजन जैसे प्याज, लहसुन, मांसाहार का सेवन नहीं करना होता है। यह एक कठिन व्रत है। महिलाएं 24 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं।

इस दिन भगवान जीमूतवाहन (jimutvahan)की पूजा की जाती है. कुशा से बनी जीमूतवाहन भगवान की प्रतिमा के समक्ष धूप-दीप, चावल और पुष्ण अर्पित किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त, व्रत में गाय के गोबर और मिट्टी से चील और सियारिन की मूर्ति बनाई जाती है। पूजा करते हुए इनके माथे पर सिंदूर से टीका लगाते हैं और पूजा समाप्त होने के बाद जितिया व्रत की कथा (Jitiya Vrat Katha) सुनी जाती है।

Tags: Jivitputrika 2023jivitputrika datejivitputrika kathajivitputrika pujaJivitputrika Vrat
Previous Post

पितृ पक्ष में लगाएं ये पौधे, पितृ दोष से मिल सकती है राहत

Next Post

पितृपक्ष में कुश का सर्वाधिक महत्व होता है, जानें पितरों के तर्पण में इसका उपयोग

Writer D

Writer D

Related Posts

Banke Bihari Temple
Main Slider

ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में 150 वर्ष पुरानी परंपरा पर ‘बैन’, श्रद्धालुओं में गहरा रोष

12/10/2025
Makhani Gravy
फैशन/शैली

झट से तैयार हो जाएगी ये डिश, मिलेगा होटल वाला स्वाद

12/10/2025
Tomato Garlic Chutney
खाना-खजाना

ये चटपटी डिश से बढ़ जाएगा खाने का स्वाद, नोट करें रेसिपी

12/10/2025
stuffed bell peppers
फैशन/शैली

चाय का स्वाद बढ़ा देगी मिर्च की ये चटपटी रेसिपी

12/10/2025
Paneer
Main Slider

इस सब्जी से घर पर बनाएं पनीर, बनाने में आसान और स्वाद भी लाजवाब

12/10/2025
Next Post
Kush

पितृपक्ष में कुश का सर्वाधिक महत्व होता है, जानें पितरों के तर्पण में इसका उपयोग

यह भी पढ़ें

मॉडल ने ऐंठे 8 लाख रुपये model

बिजनेस मैन पर रेप केस करने की धमकी दे मॉडल ने ऐंठे 8 लाख रुपये

15/01/2021
china moon

China : चंद्रमा से सैंपल लेकर लौटा चीनी अंतरिक्ष यान, बड़ी समक्ष

19/12/2020
diya

जानें मंदिर में कौन सा दीपक जलाना होता है शुभ, घी या तेल का

12/11/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version