• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

जानिए कब लगेगा साल का आखिरी चंद्रग्रहण, इस राशि के लोग रहे सावधान

Writer D by Writer D
01/10/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
Sutak Kaal

chandra grahan

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व के साथ चंद्र ग्रहण का वैज्ञानिक महत्व भी बहुत अधिक होता है. धार्मिक मान्यताओं अनुसार ग्रहण लगना अशुभ माना जाता है. आपको बता दें कि साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगने जा रहा है. साल के आखिरी चंद्र ग्रहण को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस बार कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण का योग बन रहा है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का भी विशेष महत्व होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने वाला यह चंद्र ग्रहण भारत के ज्यादातर हिस्सों में नहीं देखा जा सकेगा. हालांकि यह अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ भागों में कुछ ही समय के लिए दिखाई देगा.

चंद्र ग्रहण 2021 की तिथि

हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष 2021 में चंद्र ग्रहण 19 नवंबर (शुक्रवार) को लगेगा. यह इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है. ये चंद्र ग्रहण वृष राशि में लगेगा, जिस कारण वृष राशि वालों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है.

चंद्र ग्रहण का समय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 19 नबंवर 2021 को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारतीय समय के अनुसार दोपहर लगभग 11 बजकर 30 मिनट पर लगेगा. चंद्र ग्रहण का समापन शाम 05 बजकर 33 मिनट पर होगा.

कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने वाला वर्ष 2021 का आखिरी चन्द्र ग्रहण आंशिक रहेगा यानी इस चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक नहीं लगेगा. पौराणिक मान्यताओं के आधार पर ऐसा माना जाता है कि पूर्ण ग्रहण की स्थिति में ही सूतक नियमों का पालन किया जाता है. आंशिक, खंडग्रास ग्रहण की स्थिति सूतक काल प्रभावी नहीं होता है. मान्यता है कि सूतक काल में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. वहीं सूतक काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.

चंद्र ग्रहण की पौराणिक कथा

समुद्र मंथन के दौरान स्वर्भानु नामक एक दैत्य ने छल से अमृत पान करने की कोशिश की थी. तब चंद्रमा और सूर्य की इस पर नजर पड़ गई थी. इसके बाद दैत्य की हरकत के बारे में चंद्रमा और सूर्य ने भगवान विष्णु को जानकारी दे दी. भगवान विष्णु ने अपने सुर्दशन चक्र से इस दैत्य का सिर धड़ से अलग कर दिया. अमृत की कुछ बंदू गले से नीचे उतरने के कारण ये दो दैत्य बन गए और अमर हो गए. सिर वाला हिस्सा राहु और धड़ केतु के नाम से जाना गया. माना जाता है कि राहु और केतु इसी बात का बदला लेने के लिए समय-समय पर चंद्रमा और सूर्य पर हमला करते हैं. जब ये दोनों क्रूर ग्रह चंद्रमा और सूर्य को जकड़ते लेते है तो ग्रहण लगता है और इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है और दोनों ही ग्रह कमजोर पड़ जाते हैं. इसलिए ग्रहण के दौरान शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है.

Tags: chandragrahanchandragrahan 2021
Previous Post

शुक्रवार के दिन ये काम करने से रुष्ट हो जाती है मां लक्ष्मी

Next Post

मुहांसों का चेहरे पर अटैक होते ही भूल कर भी ना करें ये 4 गलतियां

Writer D

Writer D

Related Posts

Dhirendra Shastri launches Sanatan Hindu Unity Padyatra 2.0
Main Slider

हमें मुसलमानों से कोई दिक्कत नहीं लेकिन… दिल्ली में बोले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

07/11/2025
Katrina Kaif and Vicky Kaushal become parents
Main Slider

कटरीना-विकी कौशल बने मम्मी पापा, घर आया नन्हा मेहमान

07/11/2025
PM Modi
Main Slider

‘वंदे मातरम’ माँ भारती की आराधना है… 150 साल के उत्सव पर बोले पीएम मोदी

07/11/2025
Nachos
खाना-खजाना

विकेंड पर बनाएं ये स्ट्रीट फूड, सभी को आएगा पसंद

07/11/2025
garlic chicken
खाना-खजाना

ये टेस्टी स्नेक्स बढ़ा देगा आपकी चाय का जायका

07/11/2025
Next Post
pimple

मुहांसों का चेहरे पर अटैक होते ही भूल कर भी ना करें ये 4 गलतियां

यह भी पढ़ें

Electricity

बिजली उपभोक्ताओं को लगेगा तगड़ा ‘करंट, UPPCL ने बढ़ाया सरचार्ज

22/04/2025
operation kayakalp

सफल हो रहा सीएम योगी का ‘संकल्प’, प्रदेश का भविष्य संवार रहा ‘ऑपरेशन कायाकल्प’

16/04/2025
shushant-mallika

सुशांत की भांजी मल्लिका सिंह बोली- अचानक से परिवार का दुख कैसे याद आ गया?

02/09/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version