आपके लिए शिव जी के चमत्कारी रुद्राक्ष (Rudraksha) से जुड़ी जानकारी इससे पहले लेकर आया था। ये कितने प्रकार के होते हैं और रुद्राक्ष की उत्पत्ति कैसे हुई थी, यह जानकारी हम आपको पहले ही दे चुके हैं। वहीं, आज हम आपको ये बताएंगे कि समस्या, आवश्यकता, परेशानी, व्यवसाय अनुसार किन रुद्राक्षों (Rudraksha) को धारण करने से लाभ होगा।
विद्या बुद्धि एवं सफलता प्राप्ति हेतु धारण करें ये रुद्राक्ष (Rudraksha)
विद्या, ज्ञान व बुद्धि की प्राप्ति के लिए व्यक्ति को तीन मुखी व छ: मुखी रुद्राक्ष (Rudraksha) धारण करना चाहिए। इससे तीव्र बुद्धि मिलती है। साथ ही अद्भुत स्मरण शक्ति भी प्राप्त होती है। जो जातक पढ़ाई में कमजोर हों उन्हें इस तरह के रुद्राक्ष जरूर धारण करने चाहिए। तीन मुखी या छ: मुखी रुद्राक्ष (Rudraksha) धारण करने से रचनात्मक कार्यों में भी बहुत लाभ मिलता है। फैशन डिजाइनिंग, सौन्दर्य जगत, लेखक या सम्पादक जैसे क्षेत्रों में ये लाभकारी साबित होगा।
रोजगार,व्यक्तित्व विकास एवं इन्टरवियू में सफलता हेतु धारण करें ये रुद्राक्ष (Rudraksha)
अगर आप अपना चौमुखी विकास करना चाहते हैं तो नौ मुखी, चार मुखी या फिर तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करें। इसका सबसे बड़ा गुण यह भी है कि यह संकल्प शक्ति में वृद्धि करता है जिससे आप अपने लक्ष्य तक जरूर पहुंच पाएंगे। अगर आप बार-बार इंटरव्यू में असफल हो रहे हैं तो इनमें से कोई एक रुद्राक्ष को धारण करें। इन रुद्राक्षों को धारण करने से व्यक्ति को उन्नति मिलेगी।
सामाजिक, पारिवारिक समस्याओं एवं विवाह सम्बन्धी समस्याओं के लिए धारण करें ये रुद्राक्ष (Rudraksha)
अगर आपकी शादी नहीं हो रही है या फिर आपका गृहस्थ जीवन सुखी नहीं है या फिर समाज में शत्रु हो गए हैं, रिश्ते नाते ठीक नहीं चल रहे हैं तो दो मुखी रुद्राक्ष या गौरी शंकर रुद्राक्ष (Rudraksha) धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से घर में होने वाले परस्पर झगड़ों से मुक्ति पाई जा सकती है। ये रुद्राक्ष पति-पत्नी, पिता-पुत्र, भाई-बहन, गुरु शिष्य अथवा मित्रों आदि के साथ के मतभेदों को दूर करता है। शादी में आ रही रुकावटों को भी दूर करता है। इनमें से किसी भी रुद्राक्ष को मंगलवार के दिन धारण करें।