• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

जानें आखिर क्यों चढ़ाई जाती है गणेश जी को 21 दूर्वा की 21 गांठें

Desk by Desk
28/10/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
Durva Ghaas

दूर्वा घास

15
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

धर्म डेस्क। आज बुधवार है यानी गणेश जी का दिन। गणेश जी की पूजा के दौरान दूब या दूर्वा चढ़ाए जाने का विधान है। मान्यता है कि गणेश जी को 21 दूर्वा चढ़ाई जाती है। 21 दूर्वा को इक्ट्ठा कर एक गांठ बांधकर रखा जाता है। यह गणपति बप्पा को अति प्रिय है। इस तरह की 21 गांठों को गणेश जी के मस्तक पर अर्पित किया जाता है। गणपति बप्पा को दूब की 21 गांठें चढ़ाए जाने के पीछे एक एक पौराणिक कथा छिपी हुई है। यहां हम आपको इसी कथा की जानकारी दे रहे हैं।

पौराणिक कथा के मुताबिक, प्राचीन समय में अनलासुर नाम का एक विशाल दैत्य था। इसके अत्याचार इतने बढ़ चुके थए की तीनों लोकों में हाहाकार मचा गया था। अनलासुर ऐसा दैत्य था जो ऋषि, मुनियों और आम लोगों को जिंदा ही निगल जाता था। इस विशालकाय दैत्य से सभी तंग आ चुके थे। इस परेशानी से मुक्ति पाने के लिए ऋषि, मुनियों, देवी-देवता समेत देवराज इंद्र महादेव के पास गए। सभी ने मिलकर भोलेशंकर से प्रार्थना की कि वो उन्हें अनलासुर दैत्य से मुक्ति दिलाएं। शिव जी ने उनकी प्रार्थना स्वीकार की। साथ ही कहा कि अनलासुर दैत्य का अंत केवल गणेश के द्वारा ही संभव है।

गणेश जी ने ऋषि, मुनियों, देवी-देवताओं को बचाने के लिए अनलासुर दैत्य को निगल लिया। लेकिन इससे उनके पेट में काफी जलन होने लगी। उन्होंने कई तरह के जतन किए लेकिन उनके पेट की जलन शांत ही नहीं हुई। इसके बाद कश्यप ऋषि ने दूब की 21 गांठ बनाईं और गणेश जी को दी। गणेश जी ने दूब का सेवन किया। इससे उनके पेट की जलन बिल्कुल शांत हो गई। इसके बाद से ही गणेश जी को दूर्वा चढ़ाई जाती है।

दूर्वा चढ़ाते समय जरूर करें इस मंत्र का उच्चारण:

गणेश जी को 21 दूर्वा की 21 गांठें चढ़ाई जाती हैं। इन्हें चढ़ाने के लिए 10 मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। हर मंत्र के साथ दो दूर्वा चढ़ाई जाती हैं। जब आखिरी दूर्वा चढ़ाते समय सभी 10 मंत्रओं का जाप धारा-प्रवाह में करना चाहिए। पढ़ें ये 10 मंत्र।

  • ऊं गणाधिपाय नमः
  • ऊं उमापुत्राय नमः
  • ऊं विघ्ननाशनाय नमः
  • ऊं विनायकाय नमः
  • ऊं ईशपुत्राय नमः
  • ऊं सर्वसिद्धिप्रदाय नमः
  • ऊं एकदन्ताय नमः
  • ऊं इभवक्त्राय नमः
  • ऊं मूषकवाहनाय नमः
  • ऊं कुमारगुरवे नमः
Tags: Durva Ghaasganesh jiGanpati JiLifestyle and Relationshipwhy we offer durva ghaas to Ganesh ji
Previous Post

उपचुनाव से न तो किसी पार्टी की सरकार बनेगी और न ही गिरेगी : राजभर

Next Post

बड़ी संख्या में पटरी दुकानदारों को पीएम स्वनिधि योजना का लाभ मिल रहा है : योगी

Desk

Desk

Related Posts

Murder of a 10th class student in Sunbeam School
Main Slider

सनबीम स्कूल में 10वीं के छात्र की हत्या, जूनियर ने किया था चाकू से हमला

18/08/2025
Om Prakash Rajbhar
Main Slider

योगी के मंत्री पहुंचे मऊ के MP-MLA कोर्ट, इस मामले में किया सरेंडर

18/08/2025
A soldier martyred in Naxalite attack
Main Slider

बीजापुर में नक्सली हमला, आईईडी ब्लास्ट में एक जवान शहीद, तीन घायल

18/08/2025
Uma Bharti
Main Slider

उमा भारती ने की शाहजहांपुर का नाम बदलने की मांग, विपक्ष पर साधा निशाना

18/08/2025
Share Market
Business

शेयर बाजार में दिखी तेजी, सेंसेक्स 11,00 अंक उछला; निफ्टी ने भी पकड़ी रफ्तार

18/08/2025
Next Post
सीएम योगी CM Yogi

बड़ी संख्या में पटरी दुकानदारों को पीएम स्वनिधि योजना का लाभ मिल रहा है : योगी

यह भी पढ़ें

Hair Mask

लंबे बालों के लिए लगाएं ये हेयर पैक, जानें बनाने का तरीका

20/07/2025
Karauli Baba

‘अतीक के शूटर्स को ढूंढ़ने में कर सकता हूं मदद’, करौली बाबा का एक और दावा

23/03/2023
Love

रिश्तों को प्रभावित करता है अंक, जानिए आपका जन्मांक क्या कहता है?

05/04/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version