• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

जानिए क्यों हर तस्वीर और मूर्ति में गणेश जी का होता है टूटा हुआ दांत

Desk by Desk
25/08/2020
in Main Slider, खेल, धर्म, फैशन/शैली, राष्ट्रीय
0
sakat chauth 2021

sakat chauth 2021

15
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

धर्म डेस्क। गणेशोत्सव से चारों तरफ का माहौल खुशनुमा है। भगवान गणेश को सभी देवताओं में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इसी वजह से किसी भी कार्य की शुरुआत करने से पहले सबसे पहले इन्हीं की पूजा की जाती है। भगवान गणेश को कई नामों से पुकारा जाता है। मंगलमूर्ति, विघ्नहर्ता, गजानन और एकदंत। लेकिन क्या आपको पता है गणेश जी को एकदंत क्यों कहा जाता है।

आखिर गणेश जी की हर मूर्ति में उनका एक दांत क्यों टूटा हुआ दिखाई देता है। अगर आप ये सोच रहे हैं कि ये ऐसे ही है तो आप बिल्कुल गलत हैं। क्योंकि भगवान गणेश के इस टूटे हुए दांत के पीछे एक कहानी है। आज हम आपको गणेश जी के टूटे दांत और उनके एकदंत नाम से क्यों पुकारा जाता है इसकी कथा बताते हैं।

दरअसल, एक बार शिव जी के परमभक्त परशुराम भोलेनाथ से मिलने आए। जिस वक्त परशुराम जी कैलाश पर आए तब भोलेनाथ ध्यान में थे। तभी गणेश जी ने परशुराम को शिव जी से मिलने से रोका। परशुराम ने भगवान गणेश को कहा कि वो भोलेनाथ से मिले बगैर यहां से नहीं जाएंगे। गणेश जी ने परशुराम से अपनी बात कई बार कही लेकिन परशुराम नहीं माने।

परशुराम क्रोधित हो गए। इसके बाद उन्होंने गणपति को युद्ध के लिए ललकारा। गणेश जी को उनके साथ युद्ध करना पड़ा। परशुराम का हर प्रहार गणपति पर विफल रहा। ऐसा होता देख परशुराम बहुत क्रोधित हो गए और शिव जी के दिए गए परशु से उन पर प्रहार कर दिया। गणेश जी ने पिता भोलेनाथ के दिए इस परशु का आदर करते हुए पलटवार नहीं किया। परशुराम के इसी प्रहार से गणपति का एक दांत टूट गया।

गणेश जी का जैसा ही एक दांत टूटा तो उन्हें पीड़ा हुई। पुत्र की इस पीड़ा की आवाज सुन माता पार्वती आईं और क्रोधित हो गई। माता पार्वती तुरंत दुर्गा के अवतार में आ गई। ऐसा देख परशुराम को ये समझ में आ गया कि उनसे भूल हो गई है। वो माता से क्षमा याचना करने लगे। परशुराम ने गणेश जी की विनम्रता की सराहना की। इसके साथ ही गणेश जी को तेज, बल, कौशल और ज्ञान का आशीर्वाद दिया। तभी से भगवान गणेश का नाम एकदंत पड़ा।

Tags: ganesh chaturthiGanesh Chaturthi 2020Ganeshotsavganeshotsav 2020know the story behind ganesh ji ekdant nameKnow why ganesh ji called ekdantगणेश चतुर्थीगणेश चतुर्थी 2020गणेशोत्सव 2020जानें कैसे पड़ा गणेश जी का एकदंत नाम
Previous Post

यूपी : कानपुर के डीएम का ट्रांसफर, चार PCS अधिकारी भी बदले गए

Next Post

रेड कलर की बनारसी साड़ी में मलाइका अरोड़ा लगीं बेहद खूबसूरत

Desk

Desk

Related Posts

Suicide
Main Slider

सीकर में मातृत्व की मर्मांतक त्रासदी, चार मासूमों संग मां ने किया सामूहिक सुसाइड!

11/10/2025
Kerala High Court reprimanded the Waqf Board
Main Slider

कल को ताजमहल, लाल किला पर भी दावा घोषित कर दोगे… हाईकोर्ट ने वक्फ बोर्ड को लगाई फटकार

11/10/2025
PM Modi
Main Slider

दिवाली से पहले देश के किसानों को करोड़ों का गिफ्ट, PM मोदी ऐसे बदलेंगे किस्मत

11/10/2025
Shubman Gill
खेल

गिल का गिलास ओवरफ्लो! रिकॉर्डतोड़ शतक से रोहित की बादशाहत हिली

11/10/2025
UKSSSC Paper leak
Main Slider

UKSSSC एग्जाम कैंसिल: धामी सरकार ने दिखाई ज़ीरो टॉलरेंस नीति

11/10/2025
Next Post
malaika arora

रेड कलर की बनारसी साड़ी में मलाइका अरोड़ा लगीं बेहद खूबसूरत

यह भी पढ़ें

Chief Minister Mohan Yadav met CM Sai

सीएम साय से एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने की शिष्टाचार भेंट

12/03/2024

पुतिन के करीबी को दिया गया जहर, रूस ने यूक्रेन को दी बर्बाद करने की धमकी

29/03/2022
Holi

जानें सपने में खुद को होली खेलते देखना होता है शुभ या अशुभ

14/03/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version