विटामिन के शरीर के लिए बेहद जरूरी है। अगर शरीर में इस विटामिन की कमी हो गई तो आपको कई तरह की बीमारी हो सकती हैं। विटामिन के की कमी से शरीर के अंगों में अंदरुनी ब्लीडिंग भी हो सकती है। यह एक ऐसा विटामिन है जो हमारे रक्त को गाढ़ा करने से रोकता है।
यह हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। यह विटामिन ब्लड क्लोटिंग में अहम रोल निभाता है। इसकी वजह से ही आतंरिक और बाहरी ब्लीडिंग रुकती है। विटामिन K को दो भागों- विटामिन K1 और विटामिन K2 में बांटा गया है। विटामिन K1 हरी और पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है जबकि विटामिन K2 मनुष्य की आंतो में पाया जाता है। अगर आप हरी सब्जियां कम खाते हैं तो आपको विटामिन के1 की कमी हो सकती है।
इस विटामिन की कमी से आपको कई तरह के रोग हो सकते हैं। हमारे शरीर में कहीं भी चोट लगने पर जब खून निकलने लगता है तो कुछ देर में ही उस जगह पर रक्त की एक परत बनकर सूख जाती है ताकि शरीर से अधिक खून न बह सके। यह रक्त में मौजूद प्रोथोम्बिन नाम के प्रोटीन की वजह से होता है। इस प्रोटीन के निर्माण के लिए शरीर को विटामिन-K की जरूरत होती है।
अगर शरीर में विटामिन K की कमी होती है तो आपको हार्ट की समस्या हो सकती है। कई शोधों में यहां तक बताया गया है कि इस विटामिन की कमी से कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है। दरअसल, मनुष्य की आंतो में पाया जाने वाला विटामिन K2 सीधे आरटेरियल कैल्सीफिकेसन से जुड़ा होता है। इसकी कमी से ह्रदय से जुडी बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए हरी सब्जियां का सेवन करना चाहिए क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में विटामिन K2 होता है।विटामिन के की कमी से शरीर में कैंसर हो सकता है। विटामिन K में एंटी-कैंसर गुण होता हैं जो आपको इससे बचाते हैं। अगर शरीर में इस विटामिन की कमी हो गई तो आपको फेफड़े और स्तन का कैंसर हो सकता है।
विटामिन के की कमी से आपको हड्डियों के रोग भी हो सकते हैं। विटामिन K की कमी से ऑस्टियो-पोरोसिस की समस्या हो सकती है। अगर आप नहीं चाहते कि आपके शरीर में विटामन के और के2 की कमी हो तो अपने आहार में दही, पालक, कीवी, एवोकाडो, अनार, हरे मटर, नींबू, गाजर, बादाम, चिकन, अंडा, ब्रोकली, शलजम, पत्तागोभी और चुकंदर को शामिल करें।