नई दिल्ली| कोटक महिंद्रा बैंक ने कहा है कि उसकी हाल में पूरी हुई पूंजी जुटाने की प्रक्रिया का प्रमुख उद्देश्य कंपनियों और संपत्तियों का अधिग्रहण है। बैंक ने इन खबरों को खारिज नहीं किया है कि वह अपने छोटे प्रतिद्वंद्वी बैंक इंडसइंड बैंक के विलय पर विचार रहा है।
कोटक महिंद्रा बैंक के समूह मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) जैमिन भट्ट ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि बैंक सही अवसर का इंतजार करेगा और इस धन का इस्तेमाल ‘समझदारी से करेगा। इस तरह की खबरें आई हैं कि कोटक महिंद्रा बैंक इंडसइंड बैंक के साथ पूर्ण-शेयर विलय पर विचार कर रहा है।
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इंडसइंड बैंक के साथ उसके प्रवर्तकों ने भी इन खबरों का खंडन किया है। भट्ट ने कहा, नीति के तहत हम किसी विशेष उदाहरण पर टिप्पणी नहीं करते हैं। कंपनी की नीति के तहत हम किसी तरह की अटकलों पर टिप्पणी नहीं करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या बैंक विलय और अधिग्रहण का मार्ग चुनेगा, उन्होंने कहा कि बैंक ने देश में कोविड-19 महामारी का प्रकोप शुरू होने के तुरंत बाद 7,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह बैंक की ऐसे सौदों में रुचि को दर्शाता है। यह पूछे जाने पर कि बैंक इस पूंजी का कहां इस्तेमाल करेगा, भट्ट ने कहा कि हम सही अवसर का इंतजार करेंगे।