हाल ही में इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम का चयन हो गया है। जिसमें भारतीय चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को एक बार फिर जगह नहीं मिली। जिसके बाद अब कुलदीप ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि वे एमएस धोनी के मार्गदर्शन को काफी याद करते हैं। बता दे पूर्व कप्तान एमएस धोनी के संन्यास लेने के बाद उनके करियर का ग्राफ नीचे गया है। कुलदीप ने साल 2021 में सिर्फ दो वनडे और एक टेस्ट मैच खेला था और अब उनका आत्मविश्वास भी गिर चुका है क्योंकि उनको न तो भारतीय क्रिकेट टीम में जगह मिल रही है और न ही आईपीएल मैच खेलने का मौका मिल रहा है।
ऐसे में अब चुप्पी तोडते हुए कहा कि मुझे पार्टनर के साथ गेंदबाजी करना अच्छा लगता है और उन्होंने एमएस धोनी की रिटायरमेंट के बाद से युजवेंद्र चहल के साथ ज्यादा मैच नहीं खेले। कुलदीप और चहल दोनों ने बताया था कि उनके करियर में एमएस धोनी का कितना बड़ा हाथ रहा है।
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कुलदीप ने बताया कि उन्होंने और चहल ने साथ में 44 मैच खेले हैं और एमएस धोनी के 2019 वर्ल्ड कप में मैच के बाद एक भी मैच साथ में नहीं खेला। कुलदीप का फॉर्म काफी खराब हो गया था जिस कारण उनको वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का भी हिस्सा नहीं बनाया गया और न ही उसके बाद होने वाली इंग्लैंड सीरीज का वे हिस्सा बने। कोलकाता नाइट राइडर्स ने आईपीएल 2021 के स्थगित होने से पहले एक भी मैच में कुलदीप को मौका नहीं दिया जबकि चेन्नई की पिच स्पिन फ्रेंडली है।
कुलदीप ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘कभी कभी मैं माही भाई का वो मार्गदर्शन को बहुत मिस करता हूं क्योंकि उनके पास बहुत अनुभव है। वो विकेट के पीछे से हमको बताते थे, चिल्लाते थे। उनका अनुभव बहुत याद आता है। अब वहां ऋषभ है, जितना ज्यादा वो खेलेगा, उतना ही इनपुट हो भविष्य में दे सकेगा। मुझे लगता है कि हर गेंदबाज को दूसरे छोर से एक पार्टनर की जरूरत होती है।’