नई दिल्ली| शारजाह में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 के 34वें मुकाबले में शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स ने शिखर धवन की शतकीय पारी और अंतिम ओवर में अक्षर पटेल के बल्ले से निकले तीन छक्कों की बदौलत चेन्नई सुपरकिंग्स को पांच विकेट से हरा दिया। आलोचकों ने इस बात को लेकर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर निशाना साधा कि उन्होंने आखिरी ओवर रविंद्र जडेजा को क्यों दिया।
हालांकि मैच के बाद चेन्नई के कप्तान ने यह बताया कि उन्हें मजबूरी में ऐसा करना पड़ा। जडेजा की पांच गेंदों पर ही दिल्ली ने 22 रन बनाए और मैच को अपनी झोली में बड़ी आसानी से डाल लिया।
वहीं, श्रीलंका के पूर्व कप्तान और क्रिकेट एक्सपर्ट कुमार संगकारा ने हालांकि कहा कि हार की असली वजह आखिरी ओवर में गेंदबाजी के लिए रविंद्र जडेजा का आना नहीं, बल्कि मैच में कई कैच छोड़ना था, जिसका खामियाजा सीएसके को उठाना पड़ा।
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शिखर धवन को अपनी शतकीय पारी के दौरान चेन्नई के खिलाड़ियों से तीन जीवनदान मिले। जब दिल्ली लक्ष्य का पीछा कर रही थी और धवन काफी आक्रामक लग रहे थे, ऐसे वक्त में दीपक चाहर, अंबाती रायुडू और महेंद्र सिंह धोनी सभी ने कुछ मौकों पर इनके कैच छोड़े।
संगकारा ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, “मेरे ख्याल में धोनी ने दिल्ली के खिलाफ आखिरी ओवर के लिए ड्वेन ब्रावो को तैयार कर रखा था। 19वां ओवर करने आए सैम कुर्रेन ने अपनी छह गेंदों में सिर्फ चार रन दिए और एक विकेट भी हासिल किया। इसके बाद चेन्नई के लिए जीतना काफी आसान हो गया था। जडेजा को मजबूरी में अंतिम ओवर करना पड़ा।
इसके साथ ही संगकारा ने कहा, “लेकिन अगर सीएसके पूरी तरह से अपनी हार के वजहों को लेकर ईमानदार है, तो उसे अपनी फील्डिंग देखनी चाहिए। आप मैच के 20वें ओवर की बात कर रहे हैं, लेकिन अगर वे लोग किसी एक मौके पर भी धवन का कैच लेने में कामयाब हो जाते, तो दिल्ली जीत के इतने करीब नहीं पहुंची सकती थी।”