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स्वरों की ममतामयी मां तुम हमारे लोककंठ में थीं और रहोगी : कुमार विश्वास

मुंबई। सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन से पूरा देश गमगीन हो गया है। हिंदी के मशहूर कवि Kumar Vishwas ने भी लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की मृत्‍यु पर शोक जताया है।

सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ट्विटर पर कुमार विश्‍वास ने ट्वीट किया, “स्वरलोक” की मां “सुरलोक” की महायात्रा के लिए प्रस्थान कर गईं। हमारी मंगल-ध्वनियों, हमारी भाव-गंगोत्री को गीत करने वाला कंठ, परम विश्रांति की गोद में सो गया। सरस्वती मां की आवाज़ अपनी पुण्य-काया को त्यागकर, परमसत्ता के धाम चली गई। स्वरों की ममतामयी मां तुम हमारे लोककंठ में थीं और रहोगी।”

स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का कोरोना के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने के बाद रविवार 6 फरवरी को निधन हो गया है। वे 92 वर्ष की थीं। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दोबारा वेंटिलेटर पर रखा गया था। बता दें कि बीते 28 दिनों से लता मंगेशकर अस्पताल में भर्ती थीं।

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8 जनवरी को कोरोना और निमोनिया से संक्रमित होने के बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी हॅास्पिटल में एडिमट किया गया था। उनकी हालत नाजुक हो गई थी, जिस वजह से उन्हें वेंटिलेटर में शिफ्ट किया गया था। लता मंगेशकर के निधन की खबर सुनकर देश में शोक की लहर है।

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सुरों की मलिका लता मंगेशकर के निधन की जानकारी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर दी है। उन्होंने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, ”देश की शान और संगीत जगत की सिरमोर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दु:खद है। पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थीं।”

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