नई दिल्ली। कोविड-19 के नये और अधिक संक्रामक वायरस की पहचान के लिए दिल्ली के इंदिरा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरुवार को एक जीनोम सिक्वेंसिंग प्रयोगशाला की शुरुआत की गई।
राजस्थान : जयपुर में 100 ग्राम स्मैक के साथ एक तस्कर गिरफ्तार
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद की इकाई इंस्टीट्यूट ऑफ जिनॉमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (आईजीआईबी) की मदद से स्पाइसहेल्थ ने यह चल प्रयोगशाला बनाई है। स्पाइसहेल्थ किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट की इकाई है। अब आरटी-पीसीआर जाँच में कोविड-19 से संक्रमित यात्रियों के नमूने आगे जाँच के लिए इस प्रयोगशाला में भेजे जायेंगे जहाँ यह पता चल सकेगा कि वह कोविड-19 वायरस के किस जीनोम का शिकार हुआ है।
सौंदर्य से लेकर सेहत तक हल्दी होती है गुणकारी, जानिए इसके और भी फायदे
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल ने हवाई अड्डे पर एक कार्यक्रम में प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। डॉ. पॉल कोविड-19 टीकाकरण की निगरानी करने वाले विशेषज्ञ समूह के अध्यक्ष भी हैं। इस मौके पर सीएसआईआर-आईजीआईबी के निदेशक डॉ. अनुराग अग्रवाल, स्पाइसजेट के अध्यक्ष एवं महाप्रबंधक अजय सिंह और स्पाइसहेल्थ की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवनि सिंह भी मौजूद थीं।