नई दिल्ली। भारत और चीन की सेनाओं के बीच आज वास्तविक नियंत्रण रेखा(LAC) के पास मोल्डो में कोर कमांडर-स्तर की वार्ता होगी। बैठक सुबह 11 बजे शुरू होनी है। इस दौरान भारत का पूरा ध्यान फिंगर क्षेत्र से चीनी सेना के पूरी तरह से पीछे हटने पर केंद्रीत होगा। यह जानकारी भारतीय सेना के सूत्रों ने दी है। बता दें कि सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के बीच सैन्य व कूटनीतिक स्तर पर कई चरणों में बातचीत हुई है। इसके तहत कमांडर स्तर पर चार चरणों की वार्ता हुई है।
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इससे पहले गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सभी इलाकों से चीनी सैनिकों के वापसी की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो पाई है। साथ ही कहा कि चीन को इस मामले में गंभीरता से प्रयास करना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने इस दौरान कहा कि दोनों पक्षों ने पिछले हफ्ते परामर्श और समन्वय के लिए 17 वीं बैठक की और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में स्थिति की समीक्षा की।
इस दौरान अनुराग श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि भारत पहले ही यह कह चुका है कि सीमा पर अमन शांति ही द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत बनाने की सबसे अहम शर्त है। उम्मीद है कि चीनी पक्ष गंभीरता से इस पर काम करेगा और पूर्व में विशेष प्रतिनिधियों के बीच बनी सहमति के मुताबिक पूरी तरह से सैनिकों की वापसी सुनिश्चित करेगा।
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बता दें कि भारत और चीन की सेना के बीच एलएसी पर गत मई से गतिरोध जारी है। 15 जून को गलवन घाटी में हिसंक झड़प के बाद सीमा पर दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव और बढ़ गया था। इसके बाद से मामले को सुलझाने के लिए भारत और चीन ने कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता की हैं।