लखनऊ। निलामी के दौरान एलडीए का भूखण्ड दिलाने के नाम पर 80 लाख रुपये ठगने वाले जालसाज को गोमतीनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पीडि़त को जालसाज ने फर्जी आवंटन पत्र देकर लाखों रुपये हड़प लिए थे।
थाना प्रभारी गोमतीनगर ने बताया कि मंगलवार की शाम मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने आरोपित की गिरफ्तारी के लिए इलाके में पहले से ही घेराबन्दी कर ली थी। कुछ ही देर में मौके पर आरोपित पहुंच गया। इलाके में भारी पुलिस बल देखकर आरोपित भागने लगा। इस पर पुलिस टीम ने आरोपित को घेराबन्दी कर दबोच लिया। पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम अशरफ मार्ग कैण्ट वाराणसी निवासी विवेक प्रताप बताया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित के खिलाफ विनीत खण्ड गोमतीनगर निवासी राजन तिवारी ने मुकदमा दर्ज कराया था। जालसाज ने पीडि़त से एलडीए का भूखण्ड दिलाने का दावा किया था। जालसाज ने पीडि़त को भूखण्ड का फर्र्जी आवंटन पत्र देकर 80 लाख रुपये हड़प लिए थे। अन्य जानकारियां हांसिल कर पुलिस ने जालसाज को जेल रवाना किया है।
विशालखण्ड और विनीत खण्ड के भूखण्डों की हुई थी निलामी
एलडीए ने समाचार पत्रों के माध्यम से गोमतीनगर के विशालखण्ड और विनीत खण्ड में स्थित भूखण्डों की निलामी का एडर्वटाइजमेंट दिया था। पीडि़त भी भूखण्ड लेने का इच्छुक था। पीडि़त जानकारी लेने के लिए एलडीए आफिस पहुंचा था। जहां उसकी मुलाकात विवेक से हो गई थी। विवेक ने उसे अपनी बातों में फंसा लिया था और उसे भूखण्ड दिलाने का दावा किया था। आरोपित के खिलाफ जालसाजी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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एलडीए के दफ्तर पहुंचने पर हुआ फर्जीवाडे का खुलासा
पुलिस के मुताबिक जालसाज द्वारा दिए गए फर्जी आवंटन पत्र को लेकर पीडि़त एलडीए दफ्तर गया था। पीडि़त ने आगे की कार्रवाई के बारे में एलडीए के कर्मचारी से स पर्क किया था। कागजात देख कर्मी ने अपने रिकार्ड का मिलान किया, लेकिन एलडीए के रिकार्ड में पीडि़त के नाम से प्लाट आवंटित नहीं किया गया था। इस पर उसने एलडीए के उच्चाधिकारियों से संपर्क किया। तमाम तहकीकात के बाद पता चला कि आरोपित ने उनसे जालसाजी की है।