मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का 85 वर्ष की आयु में लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, “मध्यप्रदेश के मा. राज्यपाल श्री लालजी टंडन जी के निधन की खबर सुनकर शोक हुआ। उनके निधन से देश ने एक लोकप्रिय जननेता, योग्य प्रशासक एवं प्रखर समाज सेवी को खोया है। वे लखनऊ के प्राण थे। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना करता हूँ। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।”
म.प्र. के मा. राज्यपाल श्री लालजी टंडन जी के निधन की खबर सुनकर शोक हुआ।
उनके निधन से देश ने एक लोकप्रिय जननेता,योग्य प्रशासक एवं प्रखर समाज सेवी को खोया है। वे लखनऊ के प्राण थे।
ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना करता हूँ। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 21, 2020
मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का 85 वर्ष की आयु में लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। लालजी टंडन बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में चल रहा था। बीती रात उनकी हालत फिर बिगड़ गई थी। उन्हें गंभीर हालत में वेंटिलेटर पर रखा गया था। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और उनके बेटे आशुतोष टंडन ने ट्विटर पर एक पोस्ट के माध्यम से साझा की। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- बाबूजी नहीं रहे।
श्री लालजी टंडन संवैधानिक मामलों के अच्छे जानकार थे, परिवार और शुभचिंतकों को मेरी संवेदना
इसकी जानकारी मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने दी थी। उन्होंने कहा था कि बीती रात उनकी तबीयत ज्यादा गंभीर है। उन्हें फुल सपोर्ट पर रखा गया है।
ज्ञात हो, लालजी टंडन को 11 जून को सांस लेने में दिक्कत, बुखार और पेशाब में परेशानी की वजह से लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 13 जून को ऑपरेशन किया गया था। हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था। वे बीच में दो दिन बाई-पैप मशीन पर भी रहे।
मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. कपूर के अनुसार, लालजी टंडन के किडनी फंक्शन में दिक्कत थी। ऐसे में उनकी डायलिसिस करनी पड़ रही थी। अब उनके लीवर फंक्शन में भी दिक्कत शुरू हो गई थी।