पटना। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav ) को कल यानी सोमवार को सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) की जाएगी। बेटी रोहिणी आचार्य अपने पिता को किडनी डोनेट करेंगी। कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपने फैसले के बारे में अवगत कराया था। लालू (Lalu Yadav ) के छोटे बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी सिंगापुर पहुंच गए हैं। रविवार को रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर लोगों से खास अपील की है। रोहिणी ने लिखा- जिन्होंने लाखों-करोड़ों जनता को दी आवाज, उनके लिए दुआ करें सब मिलकर आज। यानी रोहिणी ने लालू के बेहतर स्वास्थ्य के लिए लोगों से दुआ करने की अपील की है। बिहार में जगह-जगह हवन-पूजन भी किए जा रहे हैं।
इससे पहले 25 नवंबर की शाम लालू यादव सिंगापुर के लिए रवाना हो गए थे। उनके साथ पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेष कुमार भी गए थे। पिता को रवाना करने के बाद बिहार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा था- ‘हम लोगों को पूरा विश्वास है कि ऑपरेशन सफल होगा। बहुत लोगों की शुभकामनाएं लालूजी के साथ हैं। किडनी समेत कई बीमारियों से पीड़ित हैं। सिंगापुर में रहने वाली उनकी दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य ने उन्हें अपनी किडनी दे रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अक्टूबर में सिंगापुर गए लालू यादव को डॉक्टर्स ने किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी थी, जिसके बाद उनकी बेटी रोहिणी ने अपने पिता को अपनी किडनी दान करने की बात कही थी।
‘प्रार्थना करें कि सब कुछ ठीक हो जाए’
बेटी रोहिणी आचार्य ने पिछले दिनों ट्विटर पर बताया था कि वह पिछले कई सालों से किडनी की बीमारियों और अन्य बीमारियों से पीड़ित अपने पिता की जान बचाने के लिए अपनी एक किडनी दान करेंगी। रोहिणी ने ट्वीट किया था- ‘मेरा मानना है कि यह सिर्फ एक छोटा सा मांस का टुकड़ा है जो मैं अपने पिता को देना चाहती हूं। मैं पापा के लिए कुछ भी कर सकती हूं। आप सभी प्रार्थना करें कि सब कुछ ठीक हो जाए और पापा फिर से आएं और फिर से लोगों की आवाज उठाएं । एक बार फिर शुभकामनाओं के लिए आप सभी का धन्यवाद।’
दानापुर के मंदिर में पूजा-अर्चना
बता दें कि बिहार के दानापुर में लालू प्रसाद (Lalu Yadav ) के बेहतर स्वास्थ्य को लेकर कई मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू कर दी गई है। लालू की तस्वीर लगाकर मंत्री और विधायक ने मंदिर में पूजा-अर्चना की है। राजद कार्यकर्ताओं ने हवन किया। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में पूजा अर्चना के बाद सारी मुरादें पूरी हो जाती हैं।