नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को लैंड फॉर जॉब स्कैम (Land for Job Scam) में बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने दिल्ली, बिहार और यूपी में 15 ठिकानों पर छापेमारी की है। ये छापेमारी लालू यादव और उनके करीबियों के यहां पड़े हैं। इससे पहले सीबीआई ने इस मामले में लालू यादव और राबड़ी देवी से पूछताछ भी की थी। इससे पहले ईडी की टीम ने शुक्रवार को आरजेडी के पूर्व विधायक अबु दोजाना के पटना स्थित घर पर भी छापेमारी की।
इससे पहले सीबीआई ने सोमवार को पटना में राबड़ी देवी के आवास पर उनसे पूछताछ की थी। इसके अगले दिन सीबीआई की टीम दिल्ली में मीसा भारती के घर पहुंची थी। यहां सीबीआई ने लालू यादव से कई घंटों तक पूछताछ की थी। लालू यादव अभी दिल्ली में मीसा भारती के घर पर ही रुके हैं।
जानकारी है कि लालू यादव की तीन बेटियों के घर भी रेड की गई है। हेमा, रागिनी और चंदा का घर दिल्ली में है, जिनके घर पर ईडी की टीम मौजूद है। सूत्रों की मानें तो बिहार के उप मुख्यमंत्री और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के दिल्ली आवास पर भी ईडी की टीम पहुंची है।
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम (Land for Job Scam)?
लैंड फॉर जॉब स्कैम का यह केस 14 साल पुराना है। उस वक्त लालू यादव रेल मंत्री थे। दावा है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनकी जमीन लिखवा ली थी। बताते चलें कि लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे।
सीबीआई ने इस मामले में 18 मई को केस दर्ज किया था। सीबीआई के मुताबिक, लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया और जब उनके परिवार ने जमीन का सौदा किया, तब उन्हें रेगुलर कर दिया गया।