उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘कोविड संक्रमित से होने वाली हर एक मृत्यु को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। और कहाकि मृतकों का अन्तिम संस्कार उनकी धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं का पालन करते हुए प्रशासन की देख-रेख में कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कर सुनिश्चित करें।
उन्होंने मृतक के परिजनों के साथ संवेदनशील व्यवहार करने तथा गरीब परिवारों के सदस्यों को अंतिम संस्कार के लिए सरकारी सहायता राशि देने की व्यवस्था करने को निर्देशित किया है। कहाकि इन व्यवस्थाओं को पंचायती राज और नगर विकास विभाग लागू करना सुनिश्चित करे।
उन्होंने सरकारी तथा निजी अस्पतालों से कोविड संक्रमित मरीजों और उनके परिजनों के साथ संवेदनशील और मर्यादित व्यवहार करने की अपील की है। कहाकि निजी चिकित्सालयों में इलाज के लिए सरकार ने दरें तय की है, उससे अधिक शुल्क न लिया जाए। मनमाने ढंग से शुल्क लिए जाने की शिकायत पर नियम संगत कठोरतम कार्रवाई की जाए। मरीज के परिजनों को मरीज के स्वास्थ्य के संबंध में हर दिन दो बार जानकारी दी जाए।
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मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 द्वारा अस्पतालों में भर्ती कोविड संक्रमित मरीजों की स्थिति की निरन्तर जानकारी प्राप्त की जाए। निगरानी समितियां सक्रिय रहें। निगरानी समितियों की समीक्षा व मॉनीटरिंग लगातार हो।
शुक्रवार रात्रि 08 बजे से सोमवार प्रातः 07 बजे तक साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी है। पुलिस पेट्रोलिंग पर रहे। इस अवधि में व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य कराया जाए।
अधिकारियों ने बताया कि साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू की अवधि में कोविड टीकाकरण का कार्य निर्बाध रूप से जारी है। लोगों को घर से टीकाकरण केंद्र जाने और वापस आने की छूट है। सीएम ने कहा कि टीकाकरण के लिए आवागमन में नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। औद्योगिक इकाइयां व अन्य आवश्यक सेवाएं सतत संचालित रहें।
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उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन की व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाए। समीप स्थिति एक से अधिक माइक्रो कंटेनमेंट जोन को जोड़कर एक कंटेनमेंट जोन बनाया जाना चाहिए। यह अधिक सुविधाजनक और व्यवहारिक होगा।
मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि ऐसे दौर में जबकि पूरा देश कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ रहा है। आपदाकाल में भी कुछ अराजक तत्व दवाओं की कालाबाजारी, अफवाह फैलाने अथवा माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी ऐसे दुष्प्रचार हो रहे हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध गैंगस्टर एवं एनएसए के तहत कठोरतम कार्रवाई की जाए। इनकी सम्पत्ति जब्त की जाए।
उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस सेवाओं में सुधार हुआ है, किन्तु इसे और भी कम रिस्पॉन्स टाइम में मरीजों तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिससे वे हॉस्पिटल सुगमता से बिना विलम्ब के पहुंच सकें।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश में गेहूं क्रय की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसकी हर दिन मॉनीटरिंग की जाए। सभी गेहूं क्रय केन्द्र संचालित रहें। यदि कोई केन्द्र कोविड संक्रमण कर्मी से प्रभावित होता है, तो तुरन्त वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। वे केन्द्र संचालित रहें।
कहाकि किसानों को अपनी उपज मनचाहे केन्द्र पर बेचने की पूरी स्वतंत्रता है। किसी भी प्रकार की कोई रोक नहीं है। क्रय केन्द्रों पर किसानों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाए।