बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वरिष्ठ नेता रामवीर उपाध्याय के पुत्र चिराग उपाध्याय ने गुरूवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव की मौजूदगी में गुरूवार को चिराग ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की।
चिराग के साथ पूर्व विधायक अरूण मल्होत्रा और पूर्व पुलिस उपमहानिरीक्षक कृपा शंकर सिंह ने भाजपा का दामन थामा।
कुछ दिन पहले रामवीर उपाध्याय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की थी जिसके बाद से ही चिराग के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगायी जाने लगी थी।
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बसपा के ब्राहृमण चेहरा माने जाने वाले रामवीर उपाध्याय को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पिछले लोकसभा चुनाव के बाद निलंबित कर दिया गया था। मायावती सरकार में श्री उपाध्याय ऊर्जा मंत्री रह चुके है और बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्राे के बाद वह दूसरे ब्राहृमण नेता के तौर पर पार्टी में जाने जाते रहें हैं।
भाजपा में शामिल होने के बाद चिराग उपाध्याय ने पत्रकारों से कहा “ मै प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली से खासा प्रभावित रहा हूं। इसके अलावा भाजपा के आदर्श और सिद्धांत मेरे लिये सदैव आकर्षण का केन्द्र रहे हैं और यही सब भाजपा में मेरे शामिल होने की वजह बने हैं। ” चिराग उपाध्याय ने कहा कि वह खुद भी रामभक्त है और राम मंदिर का निर्माण होने से उनका वर्षो का सपना पूरा हो जायेगा।
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उन्होने कहा “ मैं भाजपा में शामिल होकर देश की सेवा करना चाहता हूं जिसने भव्य राम मंदिर के निर्माण में आने वाली सारी अड़चने समाप्त कर दी है। ” उन्होने संकेत दिया कि उनके परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं हालांकि उन्होने अपने पिता का नाम नहीं लिया।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान रामवीर उपाध्याय बसपा के कुछ निर्णयों से नाराज हो गये थे और अप्रत्यक्ष रूप से उन्होने हाथरस में भाजपा उम्मीदवार का समर्थन किया था।
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इस बीच बसपा ने साफ किया है कि श्री उपाध्याय को पार्टी लोकसभा चुनाव के बाद ही निलंबित कर चुकी है।