लखनऊ। प्रदेशवासियों ने हर्षोल्लास के साथ नव वर्ष का स्वागत किया। प्रदेश में लोगों ने पार्क, मॉल, क्लब में अपने परिवार और दोस्तों के साथ जमकर इंज्वाय किया। वहीं धार्मिक स्थलों पर भी लोगों की भीड़ देखते ही बन रही थी। यह संभव हो पाया उत्तर प्रदेश पुलिस की सक्रियता से। पुलिस की मुस्तैदी का ही असर रहा है कि नव वर्ष और क्रिमसम के सेलिब्रेशन में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नही घटी। साथ ही सड़कों और धार्मिक नगरी वाराणसी, मथुरा, अयोध्या में उमड़ने वाले श्रद्धालुओं को जाम की समस्या से दो चार नहीं होना पड़ा।
यह योगी सरकार में ही संभव हो सकता है, जहां पर पर्व शांति पूर्वक धूमधाम से मनाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक उच्च स्तरीय बैठक में यूपी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को क्रिसमस और नव वर्ष पर प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने का निर्देश दिया था ताकि प्रदेशवासी शांति पूर्वक हर्षोल्लास के साथ पर्व को मना सकें, जिसके बाद पूरा अमला हरकत में आया गया। प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीएम योगी (CM Yogi) के निर्देश पर पहली बार पीएएसी के जवानों की भी सेवा ली गई। वहीं इंटेलीजेंस भी अलर्ट मोड पर रहा। नव वर्ष को देखते हुए यूपी पुलिस ने पहले ही प्रदेश में अशांति फैलाने वाले अराजकतत्वों को चिन्हित कर कार्रवाई शुरू कर दी थी, जिसकी वजह से प्रदेश में पूरी तरह से शांति रही। आंकड़ों के अनुसार नव वर्ष पर अयोध्या, मथुरा और वाराणसी में 40 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अपने ईष्ट के दर्शन किए और जन कल्याण की कामना की।
शांति व्यवस्था कायम करने को तैनात की गई थी पीएसी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के निर्देश पर नव वर्ष की पूर्व संध्या से लेकर साल के पहले दिन पर यूपी पुलिस ने प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अमले को कई भागों में बांटा था। कई चरणों में पुलिस अधिकारियों को संवेदनशील इलाके, महानगरों, धार्मिक स्थलों पर तैनात किया गया। इसके साथ ही प्रदेश के सभी अस्पताल व नगर निगम कर्मचारी अलर्ट मोड पर रहे। वहीं हुड़दंगियों से निपटने के लिए हर चौराहे पर पुलिस मुस्तैद रही। एडीजी पीएसी डॉ. केएस प्रताप ने बताया कि प्रदेश में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 120 पीएसी कंपनियां पहले से तैनात थी और नव वर्ष के सेलिब्रेशन को देखते हुए 15 अतिरिक्त पीएसी कंपनियों को तैनात किया गया, जिसमें लखनऊ, गोरखपुर, गाजियाबाद, आगरा, मथुरा, अयोध्या और वाराणसी प्रमुख हैं।
अयोध्या, वाराणसी और मथुरा 40 लाख से ज्यादा पहुंचे श्रद्धालु
नव वर्ष पर रामलला के दर्शन के लिए पहली पाली में सुबह सात बजे से 11.30 बजे तक 39 हजार से अधिक व दूसरी पाली दोपहर में दो बजे से सात बजे तक 68 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। वहीं कुल 10 लाख लोगों ने राम जन्मभूमि और हनुमानगढ़ी पहुंचकर दर्शन पूजन किया, जबकि मथुरा 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे। यहां मथुरा, वृंदावन, राधा कुंड, गोवर्धन, बरसाना आदि मंदिरों में श्रद्धालुओं ने दर्शन कर ठाकुर से जन कल्याण के लिए मंगल कामना की। वहीं श्री बांके बिहारी मंदिर में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रभु के दर्शन किए। लाखों श्रद्धालुओं ने गोवर्धन में गिरिराज की परिक्रमा भी लगाई।
उधर, नए साल के पहले दिन बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ के दरबार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। बाबा विश्वनाथ की एक झलक पाने के लिए भोर से ही श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू हो गया था। मंगला आरती के पश्चात जैसे ही बाबा का पट आम दर्शनार्थियों के लिए खुला वैसे ही हर हर महादेव और ओम नमः शिवाय के जयकारे से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने वर्ष के पहले दिन बाबा का जलाभिषेक कर पूरे साल सुखमय जीवन की मंगल कामना की। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि मंगला आरती के पश्चात रात्रि तक करीब साढ़े पांच लाख से अधिक दर्शनार्थियों ने दर्शन पूजन किया। वही राजधानी लखनऊ में भी लोगों ने मंदिरों में हाजिरी लगाने के बाद 16 लाख से अधिक लोगों ने परिवार के साथ जनेश्वर मिश्र पार्क, रिवर फ्रंट, लोहिया पार्क, चिड़ियाघर, अंबेडकर पार्क और इको पार्क में मस्ती की।
टीम 9 की बैठक में सीएम ने की व्यवस्था की तारीफ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने सोमवार को लोकभवन में टीम 9 की बैठक की। बैठक में सीएम ने क्रिसमस और नव वर्ष पर प्रदेश में शांति व्यवस्था रहने और पुलिस प्रशासन के साथ प्रशासन की मुस्तैदी से प्रदेश में कोई अप्रिय घटना न होने पर बधाई दी। सीएम ने कहा कि पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी से ही प्रदेश में क्रिसमस और नववर्ष के उल्लास के बीच सभी जिलों में शान्ति और सौहार्द का माहौल रहा। सुदृढ़ कानून-व्यवस्था के कारण लोगों ने सपरिवार निश्चिंत होकर इन विशिष्ट अवसरों का आनंद लिया।
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अयोध्या, काशी, मथुरा आदि धार्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। सुरक्षा का यह माहौल आगे भी बना रहे, इसके लिए पुलिस और प्रशासन को हमेशा तत्पर रहना होगा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज माघ मेले में कल्पवासियों और साधु-संतों की भावनाओं और आवश्यकताओं का सम्मान किया जाए। अंतर विभागीय समन्वय के साथ कार्य हो। कल्पवासियों, श्रद्धालुओं, साधु-संतों, को पूर्व में मिलने वाली सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। पुलिस महानिदेशक द्वारा स्वयं स्थलीय निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का परीक्षण किया जाए।