प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अपनी महत्वाकांक्षाओं और चिंताओं को लेकर मां को संबोधित कर लिखे गये पत्रों के संकलन ‘लेटर्स टू मदर’ का विमोचन 17 सितंबर को उनके 70वें जन्मदिन पर किया जाएगा।
प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर देशव्यापी समारोह मनाने की शुरुआत सोमवार से हुई है जोकि दो अक्टूबर को समाप्त होगी। इस दौरान कई मुहिम का आयोजन होगा जिनमें प्लास्टिक के खिलाफ अभियान के तहत शहरी क्षेत्रों में कपड़े से बने थैलों का वितरण, रक्त दान शिविर, नि: शुल्क नेत्र जांच शिविर, चश्मा वितरण, और प्लाज्मा दान आदि शामिल हैं।
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श्री मोदी ने सात दिसंबर 1986 को अपनी महत्वाकांक्षाओं और चिंताओं का बोध कराने के लिए अपनी ‘जगत जननी’ को एकलाप (मोनोलॉग) लिखा था। उस वक्त वे महज एक भाजपा कार्यकर्ता थे। इसका पहली बार वर्ष 2014 में ‘साक्षी भाव’ नाम से गुजराती में प्रकाशन किया गया था। इन पत्रों का फिल्म आलोचक एवं लेखक भावना सोमाया ने अंग्रेजी में अनुवाद किया था जिसे हार्पर कॉलिंस ने प्रकाशित किया था।
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सुश्री साेमाया ने बताया कि वह इस बात को लेकर उत्सुक थी कि श्री मोदी ने ये पत्र एक डायरी के तौर पर 1986 में लिखे थे जब वह महज एक भाजपा कार्यकर्ता थे और ये सभी पत्र जगत जननी को लिखे गये हैं।