मुंबई। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने वित्त वर्ष 2019-20 में नए प्रीमियम से प्राप्त आय के 25.2 प्रतिशत बढ़कर अब तक के सर्वोच्च स्तर 1,77,977 करोड़ रुपये तक पहुंच जाने की घोषणा की। हालांकि, इस दौरान कंपनी ने 2.54 लाख करोड़ रुपये की पॉलिसी का भुगतान किया जो कि मामूली 1.31 प्रतिशत अधिक रहा। सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी ने एक बयान में कहा कि वह जीवन बीमा क्षेत्र में 75.90 प्रतिशत और पहले साल के प्रीमियम में 68.74 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बाजार में अग्रणी बनी हुई है।
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इस दौरान पेंशन और सामूहिक सेवानिवृत्ति कारोबार ने इतिहास रच दिया। इस वर्ग में नए प्रीमियम से प्राप्त आय एक लाख करोड़ रुपये के पार 1.26 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई। यह साल भर पहले के 90 हजार करोड़ रुपये के मुकाबले 39.46 प्रतिशत अधिक है। कंपनी की कुल प्रीमियम आय भी इस दौरान 12.42 प्रतिशत बढ़कर 3,79,062.56 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
साल भर पहले यह 3,37,185.40 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने बयान में कहा कि मार्च 2020 में समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान कुल बीमा भुगतान 2.54 लाख करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के 2.50 लाख करोड़ रुपये से महज 1.31 प्रतिशत अधिक रहा है। इस दौरान कंपनी की कुल आय 9.83 प्रतिशत बढ़कर 6.15 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो साल भर पहले 5.60 लाख करोड़ रुपये थी।
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कंपनी की कुल संपत्ति 2.71 प्रतिशत बढ़कर 31.96 लाख करोड़ रुपये हो गई। एलआईसी की कुल संपत्ति इस अवधि में 2.71 प्रतिशत बढ़कर 31,96,214.81 करोड़ रुपये हो गई जो कि एक साल पहले 31,11,847.28 करोड़ रुपये पर थी। एलआईसी बीमा के लिए ग्राहकों द्वारा डिजिटल लेनदेन में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एलआईसी ने कोरोना वायरस महामारी से हुई मृत्यू से संबंधित 561 पॉलिसी दावों के 26.74 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।