अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी को राममय बनाने की कवायद आरंभ कर दी गई है इसके लिए एक करोड़ 60 लाख का बजट मंजूर किया गया है। अयोध्या के सात प्रमुख स्थलों पर आदमकद मूर्तियां लगायी जायेगी जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनेगी जिसकी तैयारी की जा रही है।
रामलला, धनुषधारी से लेकर वनवासी राम की मूर्तियां रामनगरी का धार्मिक वैभव बढ़ाती नजर आएंगी। इसके लिए एक करोड़ 67 लाख रुपये का बजट तय किया गया है, जिसका प्रस्ताव बनाकर अयोध्या विकास प्राधिकरण ने शासन को भेज दिया है।
क्रिसिल : लोन मोरॉटोरियम के भुगतान पर रोक की सुविधा का लाभ लेने वाली कंपनियां पहले से संकट में थी
शासन की मंशा है कि राममंदिर निर्माण होने के साथ-साथ अयोध्या को इस तरह सजाया संवारा जाए कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को यहां प्रवेश करते ही रामजन्मभूमि का अहसास हो जाए और अयोध्या विश्व भर के लिए आस्था व पयर्टन का केंद्र बन सके।
इसी योजना के तहत भगवान राम की मूर्ति के लिए अयोध्या के सात प्रमुख स्थलों का चयन किया गया है। इन स्थलों का सर्वे किया जा चुका है। इन स्थानों पर आठ फीट से लेकर 12 फीट तक की भगवान श्रीराम की मूर्ति लगाई जाएगी। जिसमें रामलला से लेकर धनुषधारी राम व वनवासी राम की भी मूर्तियां होंगी।
पीएम मोदी की वीडियो को यूट्यूब पर मिले 70 हजार डिसलाइक्स, दिग्विजय सिंह का तंज
इसके अलावा भरत, शत्रुहन, लक्ष्मण, हनुमान व माता सीता की भी मूर्तियां लगाई जाएंगी। अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ नीरज शुक्ला का कहना है कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को राम की महिमा का प्र्रभाव हो सके, इसी को लेकर विकास प्राधिकरण विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर कांसे की मूर्तियां लगवाने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है।